Greater Noida News : मोटोजीपी बाइक रेसिंग के लिए पूरे ट्रैक बनकर तैयार हो गया है। आज से मोटोजीपी के लिए केवल 55 दिन बचे हैं। 55 दिन बाद भारत में पहली बार मोटोजीपी रेस होगी। इसको लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। पूरे ट्रैक को बनाने के लिए करीब 18 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। आज हम आपको विश्व के 10 बाइक राइडर्स के नाम बताएंगे, जिन्होंने इस दुनिया में ऐतिहासिक कामयाबी हासिल की है। बताया जा रहा है कि ग्रेटर नोएडा में जो मोटोजीपी बाइक रेसिंग होगी उनमें इन 10 खिलाड़ियों के हजारों चहेते आएंगे।
विश्व के टॉप 10 खिलाड़ियों के नाम
फ्रांसेस्को बगनिया (इटली)
जोहान ज़ारको (फ्रांस)
स्टीफ़न ब्रैडल-2 (जर्मनी)
डेनिलो पेत्रुकी-2 (इटली)
लुका मारिनी (इटली)
मेवरिक विनालेस (स्पेन)
फैबियो क्वार्टारो (फ्रांस)
फ्रेंको मॉर्बिडेली (इटली)
एनेया बस्तियानिनी (इटली)
राउल फर्नांडीज (स्पेन)
भारत में इस सीजन का 20वां इनवेंट
बीआईसी पर एक लाख छह हजार दर्शकों के लिए बैठने की व्यवस्था है। इंडियन मोटो जीपी के लिए लगभग सभी टिकट बुक हो चुके हैं। एक टिकट तीन दिनों तक चलेगा। भारत में इस सीजन का 20वां इनवेंट होगा। खास बात यह है कि उसी दौरान दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन होगा। भारत में मोटो जीपी का आयोजन करने वाली कंपनी फेयर स्ट्रीट स्पोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड अगले साल से बीआईसी पर सालाना चार इवेंट करवाएगी। कंपनी के सीईओ पुष्कर नाथ श्रीवास्तव ने कहा, "मोटो जीपी से टूरिजम को बढ़ावा मिलेगा। मोटो जीपी रेस देखने वाले दर्शक आगरा, मथुरा, वृन्दावन और दिल्ली में पर्यटन करने जाएंगे। इससे देश को बड़ी विदेशी मुद्रा मिलने की संभावना है। उत्तर प्रदेश की इकोनॉमी पर सकारात्मक असर पड़ेगा। लाखों दर्शक मोटो जीपी के अलावा यूपी की कल्चर टूरिजम से भी रूबरू होंगे।"
एक ही टिकट तीन दिन चलेगा
पहली इंडियन मोटो जीपी के लिए टिकटों की बिक्री जोर-शोर से चल रही है। दर्शकों को केवल एक टिकट ख़रीदना होगा। वही एक टिकट तीनों दिन चलेगा। मोटो जीपी का आयोजन सप्ताहांत में होता है। शुक्रवार को अभ्यास होता है। शनिवार को क्वालिफाइंग रेस होती है। इस रेस के परिणाम के मुताबिक बाइकर की रेस के लिए पॉजिशन तय होती है। रविवार को रेस का आयोजन होता है।
अभी दुनिया भर में चार हिस्सों में होती है बाइक रेसिंग
मोटरसाइकिल चैंपियनशिप को वर्तमान में चार वर्गों में विभाजित किया गया है। इनमें सबसे ऊपर मोटोजीपी है। इसके बाद मोटो-2, मोटो-3 और मोटो-ई हैं। पहले तीन वर्ग की रेसिंग में फोर-स्ट्रोक इंजन का उपयोग किया जाता है। जबकि मोटो-ई वर्ग में इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल का उपयोग होता है। यह भविष्य की मोटरसाइकिलों को ध्यान में रखकर रेसिंग होती है।