Google Image | गृह मंत्री अनिल देखमुख पर लगे गंभीर आरोप
मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने गृह मंत्री अनिल देखमुख पर लगाए गंभीर आरोप
अधिकारों का दुरुपयोग करने का लगा आरोप
18 मार्च को होमगार्ड विभाग में डायरेक्टर जनरल का कार्यभार ग्रहण किया
भाजपा समेत विपक्षी दलों ने गृह मंत्री से मांगा इस्तीफा
मुंबई के चर्चित पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह की एक चिट्ठी ने महाराष्ट्र का राजनीतिक पारा बढ़ा दिया है। अपनी पद अवनति के बाद उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक चिट्ठी लिखी है। इसमें प्रदेश के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर गंभीर आरोप लगाए हैं। अपने पत्र में पूर्व कमिश्नर ने कहा है कि अनिल देशमुख ने एंटीलिया मामले के आरोपी इंस्पेक्टर सचिन वाजे को हर महीने 100 करोड़ रुपए इकट्ठा कर उन्हें देने का निर्देश जारी किया था। परमवीर सिंह ने अपनी चिट्ठी में सिलसिलेवार ढंग से पूरे घटनाक्रम का जिक्र किया है। बताते चलें कि मुंबई स्थित मुकेश अंबानी के एंटीलिया हाउस के बाहर गत दिनों एक्सप्लोसिव सामग्री से भरी एक गाड़ी बरामद की गई थी। इसमें आरोपी के तौर पर महाराष्ट्र पुलिस के बर्खास्त और फिर उद्धव सरकार में बहाल इंस्पेक्टर सचिन वाजे को गिरफ्तार किया गया था।
मामले की जांच एनआईए कर रही है। इसी केस में 17 मार्च को महाराष्ट्र के पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह को उनके पद से हटाते हुए उन्हें होमगार्ड विभाग में डायरेक्टर जनरल के पद पर भेज दिया गया था। 18 मार्च को उन्होंने इस पद पर कार्यभार ग्रहण कर लिया था। नए पदभार ग्रहण के सिर्फ दो दिन बाद पूर्व कमिश्नर की चिट्ठी से महाराष्ट्र की सियासत में भूचाल आ गया है। परमबीर सिंह ने पत्र में कुछ दिनों से जारी घटनाक्रम के हर पहलु का जिक्र किया है। उन्होंने लिखा है कि “सूबे के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने 18 मार्च को एक इंटरव्यू में 3 अहम बातें कहीं। उन्होंने कहा कि एंटीलिया केस की जांच में मुंबई पुलिस और कमिश्नर ऑफिस की तरफ से कोताही बरती गईं। उन्होंने मेरी ग़लतियों को माफ़ी के काबिल नहीं माना। यह स्पष्ट है कि मेरा ट्रांसफर प्रशासनिक कारणों से नहीं किया गया है।”
मुख्यमंत्री के संज्ञान में सब था
परमबीर सिंह ने आगे लिखा है, “मार्च 2021 में आपसे (ठाकरे से) मुलाकात के दौरान भी मैंने गृहमंत्री के कुछ ग़लत कामों के बारे में ज़िक्र किया था। यह मैंने Deputy CM, NCP प्रमुख शरद पवार और कुछ अन्य वरिष्ठ मंत्रियों को भी बताया था। गृह मंत्री अनिल देशमुख ने क्राइम ब्रांच इंटेलिजेंस यूनिट को हेड कर रहे सचिन वाझे को पिछले कुछ महीने में कई बार अपने घर बुलाया। उन्होंने सचिन पर फंड कलेक्शन में मदद करने के लिए दबाव बनाया था।
100 करोड़ रुपये महीने में जमा करने का था टारगेट
गत फरवरी में गृहमंत्री के एक-दो स्टाफ मेंबर और उनके मुख्य सचिव पलांडे भी वहां मौजूद थे। देशमुख ने वाझे से कहा कि, उनका हर महीने 100 करोड़ रुपये जमा करने का टारगेट है। उन्होंने वाझे से कहा कि मुंबई में करीब 1,750 बार, रेस्टॉरेंट हैं। अगर हर महीने सबसे 2 -3 लाख रुपये भी लिए जाएं, तो 40-50 करोड़ रुपये बनते हैं। बाकी पैसा अन्य माध्यमों से जमा करेंगे। वाझे ने उसी दिन मेरे दफ्तर आकर मुझे पूरा किस्सा सुनाया। मैं दंग रह गया।”
#ParambirSingh ex Mumbai Police Comissioner says real Extortionist is Maharashtra Home Minister #AnilDeshmukh#SachinWaze used to meet him several times. Mr Deshmukh was extorting Money from Pub etc
बिना संज्ञान में लाए अधिकारियों को बुलाते थे
चिट्ठी में लिखा है कि, “कुछ दिन बाद सोशल सर्विस ब्रांच के ACP संजय पाटिल और DCP भुजबल को भी गृह मंत्री ने अपने ऑफिस बुलाया। उनसे भी पैसे जमा करने की बात कही। दोनों अधिकारियों ने इसकी सूचना मुझे दी।” पूर्व पुलिस कमिश्नर ने गृह मंत्री पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि, "वह अक्सर बिना मेरी जानकारी के अधिकारियों को अपने आवास पर बुलाते थे और उन्हें कलेक्शन करने के लिए कहते थे। बाद में अधिकारी इसकी सूचना मुझे देते थे।”
सांसद के सुसाइड केस में दबाव बना रहे थे
पूर्व कमिश्नर ने दादरा नगर हवेली से सांसद मोहन देलकर के मुंबई में कथित आत्महत्या मामले का भी जिक्र किया है। इस केस में अनिल देशमुख अतिरिक्त दबाव बना रहे थे। चिट्ठी में लिखा है कि, “22 फरवरी, 2021 को दादरा नगर हवेली के सांसद मोहन देलकर मुंबई के एक होटल में मृत पाए गए थे। इस केस में सुसाइड केस दर्ज किया गया। सुसाइड नोट भी मिला। जिसमें दादरा नगर हवेली के कुछ अधिकारियों पर उकसाने का आरोप लगाया गया था। इसके बाद गृह मंत्री देशमुख लगातार मुझ पर दबाव बनाने लगे। उन्होंने कहा कि सुसाइड नोट में जिन अधिकारियों का ज़िक्र है, उनके खिलाफ मुंबई में केस दर्ज किया जाए।”
उन्होंने लिखा है कि, “मैंने उन्हें समझाया कि सुसाइड भले मुंबई में किया गया। लेकिन उकसावे की कथित कार्रवाई दादरा नगर हवेली में की गई है। इसलिए सुसाइड के लिए उकसाने का केस वहां दर्ज होगा। इसके बाद भी वो राजनीतिक लाभ के लिए मुझ पर मुंबई में केस दर्ज करने का दबाव बनाते रहे। मैंने ऐसा नहीं किया, तो वे मुझसे काफी नाराज़ भी हुए।”
भाजपा ने मांगा इस्तीफा
गृह मंत्री अनिल देशमुख पर लगे गंभीर आरोपों के बाद भारतीय जनता पार्टी सरकार पर हमलावर हो गई है। बीजेपी के सांसद किरीट सोमैया ने मुख्यमंत्री से अनिल देशमुख को तुरंत मंत्रिमंडल से बाहर करने की मांग की है। इस आरोप के बाद तय है कि रविवार को अवकाश के दिन महाराष्ट्र की राजनीति का पारा गर्म रहेगा। बात आगे तक बढ़ी, तो अनिल देशमुख को पद छोड़ना भी पड़ सकता है।