Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो
उत्तर प्रदेश में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या के बीच 34 जिलों में अस्थायी जेल बनाई गई हैं। इन जेलों में 156 विदेशी समेत 288 कोरोना संक्रमित मरीजों को रखा गया है। जेल में बंद विदेशियों में फ्रांस, मोरक्को, मलेशिया, थाईलैंड, किर्गिस्तान, कजाकिस्तान, बांग्लादेश, सूडान, फिलिस्तीन, सीरिया और माली के नागरिक शामिल हैं।
लखनऊ में कश्मीरी मोहल्ले के म्युनिसिपल गर्ल्स इंटर कॉलेज को अस्थायी जेल में तब्दील किया गया है। इसमें 19 पुरुष, 4 महिला समेत कई विदेशी नागरिक बंद हैं। विदेशियों में मलेशिया के 2, किर्गिस्तान के 23, कजाकिस्तान के 2, बांग्लादेश के 54, इंडोनेशिया के 41, सूडान के 4, थाईलैंड के 13 लोग हैं।
उत्तर प्रदेश की अस्थायी जेलों में 132 भारतीय नागरिक भी बंद हैं। दरअसल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ किया था कि प्रदेश में पकड़े गए सभी जमातियों और विदेश से आए नागरिकों को स्थायी जेल में नहीं रखा जाएगा, क्योंकि संक्रमण का खतरा है। ऐसे में प्रदेश के जिलों में अस्थायी जेल बनाई जाएं।
सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद लखनऊ, पीलीभीत, आगरा, प्रयागराज, सहरानपुर, बुलंदशहर, बागपत, कन्नौज, उन्नाव समेत प्रदेश के 34 जिलों में अस्थायी जेल बनाई गई हैं। इन जेलों में तबलीगी जमात से जुड़े लोगों, छिपे हुए विदेशियों, लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले नागरिकों को रखा जाएगा।