Tricity Today | मौके पर पहुंचे अधिकारी
Ghaziabad के Vijay Nagar Police Station की हवालात में शमशेर (40 वर्ष) ने शर्ट से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। वह विजय नगर सेक्टर-9 के मवई का निवासी था। पहरे पर तैनात पुलिसकर्मी द्वारा आवाज लगाने पर कोई रिस्पांस नहीं मिला तो घटना का पता चला। जानकारी लगते ही पुलिस के आला अफसर मौके पर दौड़ पड़े। इस घटना से बुधवार को दिनभर गाजियाबाद पुलिस में गड़कम्प मचा रहा। दूसरी ओर मामले में DM Ghaziabad ने मजिस्ट्रियल इंक्वायरी का आदेश दिया है।
कस्टडी में हुई मौत ने पुलिस पर तमाम सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं। मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू कर दी गई। शमशेर को पत्नी की शिकायत पर गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में गाजियाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने विजय नगर के एसएचओ समेत 4 पुलिस वालों को सस्पेंड कर दिया है।
मूलरूप से कैला भट्टा निवासी शमशेर सेक्टर-9 में पत्नी और 4 बच्चों के साथ किराए पर रहता था। वह मवई में मस्जिद के पास परचून की दुकान चलाता था। परिजनों के मुताबिक, शमशेर बुधवार शाम करीब 4:30 बजे शराब के नशे में घर आया और परिजनों के साथ गालीगलौज शुरू कर दी। शमशेर का हंगामा बढ़ता देखकर उसकी पत्नी तमन्ना ने यूपी-112 पर कॉल करके पुलिस बुला ली, जो शमशेर को विजयनगर थाने ले गई। थाने में तलाशी लेने के बाद उसे हवालात में बंद कर दिया गया।
बताया गया कि इस दौरान शमशेर ने थाने की हवालात में ही अपनी शर्ट से फंदा लगा लिया। कुछ देर बाद पहरा ड्यूटी दे रहे पुलिसकर्मी ने हवालात में जाकर देखा तो शमशेर अचेत अवस्था में पड़ा था और उसके गले में शर्ट लिपटी हुई थी। आनन-फानन में शमशेर को पुलिस जिला अस्पताल लेकर गई, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। विजयनगर पुलिस पर संगीन आरोप लगाते हुए मृतक दुकानदार के पुत्र समीर ने बताया कि उसके पिता ने आत्महत्या नहीं की है बल्कि पुलिस ने उन्हें पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। उसके पिता की मौत के बाद घबराई पुलिस ने हत्या के मामले को आत्महत्या की घटना में परिवर्तित करने का खेल खेला।
उधर, एसपी सिटी अभिषेक वर्मा का कहना है कि प्रथम दृष्टïया तो यह मामला आत्महत्या का ही दिखाई दे रहा है लेकिन इस मामले की जांच गहनता से की जा रही है। शीघ्र ही जांच पूरी होने पर अगर किसी भी पुलिसकर्मी का दोष पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अभी थाने के एसएचओ और तीन अन्य पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है।
एसपी सिटी ने कहा कि शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के आते ही तथ्यों का पता चल जाएगा। मृतक के परिजनों और रिश्तेदारों ने अस्पताल में हंगामा भी किया। कस्टडी में मौत की सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारी थाने की ओर दौड़ पड़े। इसके बाद घटना पर पर्दा डालने की कोशिश शुरू हो गई। कई घंटे तक पुलिस घटना को छुपाती रही। यहां तक कि मृतक के परिजनों को भी शमशेर की मौत की सूचना नहीं दी गई।
रात 11:30 बजे तक शमशेर की पत्नी तमन्ना को पति शमशेर के जिंदा या मृत होने के बारे में कोई सूचना नहीं थी। मामला आगे न बढ़े इसके लिए पुलिस शमशेर के परिवार को कठपुतली की तरह नचाती रही। शमशेर के जिला अस्पताल में मृत घोषित होने के बाद पुलिस ने उसकी पत्नी को पहले सेक्टर-9 पुलिस चौकी में बुलाकर पूछताछ की, इसके बाद उसे विजयनगर थाने ले गई। लोग थाने पर हंगामा न कर दें, इसके लिए शमशेर के परिजनों को नगर कोतवाली में घंटों तक रखा गया।