Tricity Today | राहुल गांधी की मुंह बोली बहन अदिति सिंह
कांग्रेस से सस्पेंड होने के बाद रायबरेली से विधायक अदिति सिंह ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से कांग्रेस का नाम हटा दिया है। उधर, कांग्रेस का नाम हटते ही अदिति सिंह की आईडी से ब्लूटिक का मार्क भी हट गया है। बता दें कि कांग्रेस और बीजेपी के बीच चल रही बस पॉलिटिक्स में अदिति सिंह ने ट्वीट करके अपनी ही पार्टी को निशाने पर लिया था। इसके बाद उन्हें (अदिति सिंह) पार्टी से निलंबित कर दिया गया था। वह कांग्रेस में महिला विंग की महासचिव भी थीं।
उत्तर प्रदेश के रायबरेली से सदर विधायक अदिति सिंह ने कांग्रेस पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाए जाने पर कहा था कि वह पार्टी के इस फैसले का स्वागत करती हैं। बता दें कि अदिति सिंह पर कांग्रेस ने पार्टी विरोधी गतिविधियां करने का आरोप लगाया था और कारण बताओ नोटिस जारी करके जवाब भी मांगा था। फिलहाल वह पार्टी और पार्टी की महिला विंग के पदाधिकारी के पद से निलंबित हैं। ऐसे में बुधवार को उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से कांग्रेस का नाम हटा दिया है।
उधर, अदिति सिंह के ट्विटर अकाउंट से कांग्रेस का नाम हटाते ही उत्तर प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में सुगबुगाहट शुरू हो गई है और उनके जल्द ही बीजेपी जॉइन करने की अटकलें भी तेज हो गई हैं। अदिति सिंह ने कांग्रेस से किनारा करते हुए अपने ट्विटर अकाउंट पर खुद को रायबरेली का विधायक बताते हुए अपने एजुकेशन के बारे में जानकारी दी है।
बता दें कि अदिति सिंह ने बस विवाद में कांग्रेस को जमकर लताड़ा था। अदिति सिंह ने ट्वीट किया था, 'आपदा के वक्त ऐसी निम्न सियासत की क्या जरूरत? एक हजार बसों की सूची भेजी, उसमें भी आधी से ज्यादा बसों का फर्जीवाड़ा, 297 कबाड़ बसें, 98 आटो रिक्शा व ऐबुंलेंस जैसी गाड़ियां, 68 वाहन बिना कागजात के, यह कैसा क्रूर मजाक है, अगर बसें थीं तो राजस्थान,पंजाब, महाराष्ट्र में क्यूं नहीं लगाई?' अदिति ने दूसरे ट्वीट में लिखा था, 'कोटा में जब यूपी के हजारों बच्चे फंसे थे तब कहां थीं ये तथाकथित बसें। तब कांग्रेस सरकार इन बच्चों को घर तक तो छोड़िए, बॉर्डर तक ना छोड़ पाई, तब योगी आदित्यनाथ जी ने रातों रात बसें लगाकर इन बच्चों को घर पहुंचाया, खुद राजस्थान के सीएम ने भी इसकी तारीफ की थी।'