BREAKING : गाजियाबाद में प्रदूषण रोकने के लिए प्रशासन ने की बड़ी कार्रवाई, 42 फैक्ट्रियां ध्वस्त की गईं

BREAKING : गाजियाबाद में प्रदूषण रोकने के लिए प्रशासन ने की बड़ी कार्रवाई, 42 फैक्ट्रियां ध्वस्त की गईं

BREAKING : गाजियाबाद में प्रदूषण रोकने के लिए प्रशासन ने की बड़ी कार्रवाई, 42 फैक्ट्रियां ध्वस्त की गईं

Tricity Today | गाजियाबाद में प्रदूषण रोकने के लिए प्रशासन ने की बड़ी कार्रवाई, 42 फैक्ट्रियां ध्वस्त की गईं

नोएडा और गाजियाबाद समेत पूरे दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण ने पांव पसार रखे हैं। पिछले एक सप्ताह से लगातार वायु प्रदूषण बढ़ता जा रहा है। ऐसे में केंद्र, राज्य सरकार और जिला प्रशासन प्रदूषण फैलाने वाले कारणों को नियंत्रित करने में जुटे हुए हैं। इसी कड़ी में शुक्रवार को गाजियाबाद जिला प्रशासन ने बड़ी कार्यवाही की है। गाजियाबाद जिला प्रशासन ने लोनी क्षेत्र के अमित विहार में प्रदूषण फैला रही 42 इकाइयां ध्वस्त की हैं। इन इकाइयों में मेटल गलाने की भट्टियां लगी थीं। इनमें तांबा, पीतल, लैड और प्लास्टिक इत्यादि गलाया जा रहा था। जिसकी वजह से यहां लगातार भारी मात्रा में धुआं फैल रहा था। यह सारी भट्टियां प्रदूषण फैला रही थीं। इनमें से ज्यादातर अपंजीकृत औद्योगिक इकाइयां हैं। स्थानीय लोग इनके खिलाफ लगातार शिकायत कर रहे थे। अब जिला प्रशासन ने कड़ा कदम उठाते हुए शुक्रवार की दोपहर सारी इकाइयों को ध्वस्त कर दिया है।

गाजियाबाद के जिलाधिकारी डॉ. अजय शंकर पांडे ने कहा, "प्रदूषण फैलाने वाले कारणों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। जिले भर के लोगों से अपील की गई है कि वह कोई भी ऐसा काम ना करें जिसकी वजह से प्रदूषण को बढ़ावा मिले। अगर आपके आसपास ऐसी कोई वजह नजर आती है तो तत्काल जिला प्रशासन को सूचना दें। प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए गाजियाबाद विकास प्राधिकरण और गाजियाबाद नगर निगम समेत जिले के सभी नगर निकायों को आदेश दिया गया है। इसी क्रम में शुक्रवार को लोनी क्षेत्र में बड़ी कार्यवाही की गई है। वहां प्रदूषण का कारण बन रही 47 औद्योगिक इकाइयों को ध्वस्त कर दिया गया है।"

डॉ अजय शंकर पांडे ने कहा, "गाजियाबाद शहर और जिले के लोग इस बात का ध्यान रखें कि डीजल जनरेटर सेट चलाने पर पाबंदी लगा दी गई है। अगर कहीं भी डीजल जनरेटर सेट चलता मिलेगा तो उसे जब्त कर लिया जाएगा। संचालक पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा खुले में कूड़ा नहीं जलाएं। तंदूर और भट्टियां जलाने पर भी रोक लगाई गई है। जिले के किसानों से अपील की गई है कि वह खेतों में किसी भी तरह का कृषि अपशिष्ट नहीं जलाएं। इनका निस्तारण करने के लिए दूसरी जैविक और रासायनिक विधियों का उपयोग करें।"

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