Tricity Today | आईपीएस अजयपाल शर्मा
तेजतर्रार आईपीएस अफसर और एक से बढ़कर एक बदमाशों को धूल चटाने वाले अजय पाल शर्मा के खिलाफ एक और एफआईआर दर्ज की गई है, यह कोरी अफवाह है। कुछ लोगों ने ऐसी अफवाह फैलाई कि एफआईआर सोमवार को लखनऊ में दर्ज करवाई गई है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर गठित की गई स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम की जांच रिपोर्ट के आधार पर यह मुकदमा दर्ज करवाया गया है। जानकारी मिली है कि अजयपाल को बदनाम करने की नीयत से यह अफवाह फैलाई गई है।
मंगलवार की सुबह सोशल मीडिया पर फैलाया गया कि शामली और नोएडा से लेकर रामपुर तक चर्चित रहे आईपीएस अजयपाल शर्मा के खिलाफ सोमवार को एफआईआर दर्ज की गई है। यह एफआईआर नोएडा के चर्चित एसएसपी वैभव कृष्ण प्रकरण की एसआईटी जांच के आधार पर दर्ज करवाई गई है। तत्कालीन डीजी विजिलेंस (मौजूदा पुलिस महानिदेशक) एचसी अवस्थी की अध्यक्षता में गठित जांच टीम ने केस दर्ज करने की सिफारिश की थी। यह कोरी अफवाह है।
अजयपाल शर्मा की गिनती उत्तर प्रदेश के तेजतर्रार आईपीएस अफसरों में होती है। शामली, रामपुर और गौतम बुध नगर, वह जहां भी तैनात रहे, उन्होंने शानदार काम किया। कानून व्यवस्था को कंट्रोल करने में अजयपाल शर्मा को महारत हासिल है। लेकिन पिछले करीब एक साल से वह विवादों में घिरे हैं। इसी विवाद के चलते गौतम बुध नगर के पूर्व पुलिस कप्तान वैभव कृष्ण कभी निलंबन हुआ है।
इससे पहले उनके खिलाफ एक युवती ने भी लखनऊ के हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज करवाई थी। युवती का कहना था कि वह अजयपाल शर्मा की पत्नी हैं और अजय पाल शर्मा उसे धोखा दे रहे हैं। महिला ने गाजियाबाद की जिस कोर्ट से अजय पाल शर्मा पर शादी करने का दावा किया था, वहां के रजिस्ट्रार इस दावे को खारिज कर दिया है। कुल मिलाकर कुछ लोग अजय पाल शर्मा की छवि को लगातार दागदार करने की कोशिश कर रहे हैं।