Google Image | अयोध्या रेलवे स्टेशन
पांच अगस्त को राम मंदिर के शिलान्यास समारोह के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। इस बीच अयोध्या रेलवे स्टेशन के मेकओवर के लिए आधुनिक सुविधाओं के साथ काम भी चल रहा है। इस प्रोजेक्ट पर 104.77 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
स्टेशन का यह ओवरहाल महत्व रखता है क्योंकि मंदिर का निर्माण 2023-24 तक पूरा होने की उम्मीद है। दूसरी तरफ रविवार को उत्तर रेलवे के महाप्रबन्धक ने बताया कि अयोध्या रेलवे स्टेशन का पहला चरण जून 2021 में पूरा हो जाएगा। मंदिर निर्माण के बाद अयोध्या में दुनियाभर के भक्तों और पर्यटकों के आने की संभावना है।
रेलवे ने पहले नए स्टेशन भवन के लिए 80 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी थी, लेकिन अब राशि बढ़ाकर 104.77 करोड़ रुपये कर दी गई है। रेलवे की अनुसांगिक शाखा RITES ने स्टेशन भवन का मॉडल तैयार किया है। यह जानकारी उत्तर रेलवे लखनऊ के वरिष्ठ मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक जगत शुक्ला ने दी है।
नए भवन का निर्माण दो चरणों में किया जाएगा। पहले चरण में प्लेटफार्म नंबर 1, 2 और 3 पर विकास कार्य चल रहे हैं। दूसरे चरण में एक नए स्टेशन भवन का निर्माण किया जाएगा और अन्य सुविधाओं का विकास किया जाएगा।
इन सुविधाओं के तहत स्टेशन के आंतरिक और बाहरी परिसर के नवीनीकरण के लिए काम चल रहा है। टिकट काउंटरों की संख्या का विस्तार, वेटिंग रूम का विस्तार, तीन वातानुकूलित वेटिंग रूम का निर्माण, 17-बिस्तर टॉयलेट के साथ, पुरुष डॉरमेट्री और 10 बिस्तरों वाली डॉर्मिटरी टॉयलेट के साथ बनाई जाएंगी।
स्टेशन पर अतिरिक्त फुट ओवर ब्रिज, फूड प्लाजा, दुकानें, अतिरिक्त शौचालय और अन्य वांछित सुविधाओं के निर्माण का कार्य चल रहा है। इसके अलावा एक पर्यटक केंद्र, टैक्सी बूथ, वीआईपी लाउंज, ऑडिटोरियम और एक विशेष अतिथि गृह भी बनाया जाएगा।
मंडल रेल प्रबंधक संजय त्रिपाठी ने बताया कि अयोध्या रेलवे स्टेशन को आधुनिक बनाने के साथ-साथ एक नया रूप प्रदान करने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। क्योंकि, अयोध्या एक पवित्र शहर होने का बहुत महत्व है। भविष्य को भी ध्यान में रखते हुए इस स्टेशन का विकास किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि स्टेशन पर श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आधुनिक सुविधाएं प्रदान करने के लिए ये कार्य किए जा रहे हैं।