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जेवर में प्रस्तावित Noida International Airport के निर्माण के लिए ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट एजी के साथ अनुबंध हो गया है। Noida International Airport Limited (नियाल) ने कम्पनी पर बड़ी शर्त लगाई है। कंपनी सात साल तक एयरपोर्ट से हिस्सेदारी नहीं बेच पाएगी। वहीं, अनुबंध होने के बाद बोली में दूसरे और तीसरे नंबर पर रहने वाली कंपनियों की सिक्योरिटी मनी वापस कर दी गई है। अडानी ग्रुप और इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट का चलने वाली कम्पनी जीएमआर के 100-100 करोड़ रुपये वापस किए गए हैं।
जेवर एयरपोर्ट का टेंडर डालते समय कंपनियों ने 100-100 करोड़ रूपये की सिक्योरिटी मनी जमा की थी। टॉप-3 कंपनियों को छोड़कर सभी की सिक्योरिटी मनी वापस कर दी गई थी। बीते 7 अक्टूबर को ज्यूरिख कंपनी के साथ नियाल ने अनुबंध कर लिया है। लिहाजा, दूसरे और तीसरे नंबर पर रहने वाली कंपनियों की सिक्योरिटी मनी वापस कर दी गई है। अडानी ग्रुप और डायल को पैसा वापस कर दिया गया है। अभी तक ये दोनों कंपनियां भी ठेका हासिल करने की दौड़ में शामिल हैं।
नियाल के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि अडानी ग्रुप और डायल को 100-100 करोड़ रुपये वापस भेज दिए गए हैं। ज्यूरिख के साथ अनुबंध होने पर पैसा वापस कर दिया गया है। सीईओ ने बताया कि सात साल तक कंपनी हिस्सेदारी नहीं बेच पाएगी। साथ ही 15 सालों तक 51 फीसदी हिस्सेदारी अपने पास रखनी होगी। उन्होंने बताया कि शर्तों के अनुसार कंपनी को काम करना होगा।