Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो
यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक प्राधिकरण क्षेत्र में 1200 हेक्टेयर जमीन में लॉजिस्टिक हब बनेगा। यह क्षेत्र जेवर एयरपोर्ट के पास है। इस हब में करीब 21 गांवों की जमीन जाएगी। इस क्षेत्र को रेलमार्ग से भी जोड़ने की तैयारी है। लॉजिस्टिक हब में निवेश के साथ ही एक लाख से अधिक लोगों को रोजगार भी मिलेगा। अभी यह इलाका कृषि के लिए है। यमुना प्राधिकरण अपनी 2041 की महायोजना में शामिल करने के लिए एनसीआर प्लानिंग बोर्ड को जल्द प्रस्ताव भेजेगा।
नोएडा इंटरेनशन एयरपोर्ट जेवर के आने के साथ ही यहां पर तमाम आर्थिक गतिविधियां भी तेजी से बढ़ी हैं। एयरपोर्ट के चलते ही यमुना प्राधिकरण क्षेत्र निवेशकों की पहली पसंद बन गया है। औद्योगिक व संस्थागत भूखंडों की योजना के लॉकडाउन में भी अच्छे परिणाम आए। एयरपोर्ट के साथ यहां पर लॉजिस्टिक हब भी बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। यमुना प्राधिकरण ने इसके लिए जमीन का चिह्नीकरण कर लिया है। ताकि इस दिशा में आगे बढ़ा जा सके। लॉजिस्टिक हब बनने से यहां हजारों करोड़ का निवेश आएगा। इसके अलावा एक लाख से अधिक लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
प्राधिकरण का अधिसूचित क्षेत्र है
जेवर एयरपोर्ट से लगता करीब 1200 से 1400 हेक्टेयर का क्षेत्र यमुना प्राधिकरण का अधिसूचित क्षेत्र है। अभी यह कृषि क्षेत्र आता है। प्राधिकरण इसी इलाके में लॉजिस्टिक हब बनाने की तैयारी कर रहा है। प्राधिकरण अपनी 2041 की महायोजना में कई नये इलाकों को जोड़ने जा रहा है। इसमें लॉजिस्टिक हब भी शामिल है। इस इलाके को महायोजना में शामिल करने के लिए प्राधिकरण जल्द ही एनसीआर प्लानिंग बोर्ड को प्रस्ताव भेजेगा। महायोजना में शामिल होने के बाद इस पर काम शुरू हो जाएगा।
इसके दायरे में दो जिलों के गांव आएंगे
यह चिह्नित इलाका एयरपोर्ट से जुड़ा हुआ है। इसमें करीब 21 गांवों की जमीन आएगी। ये गांव गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर जिले के हैं। यह इलाका ककोड़, झाझर, जहांगीर आदि कस्बों के आसपास है। इस पूरे इलाके को महायोजना में शामिल करने की तैयारी है। ताकि लाजिस्टिक हब की दिशा में तेजी से आगे बढ़ा जा सके।
लॉजिस्टिक हब को रेलवे लाइन से जोड़ा जाएगा
प्रस्तावित लॉजिस्टिक हब के पास से ही दिल्ली हावड़ा रेलमार्ग गुजर रहा है। चोला रेलवे स्टेशन इसी के पास है। प्राधिकरण के अफसरों का कहना है कि लॉजिस्टिक हब को रेलमार्ग से भी जोड़ा जाएगा। इस हब को हवाई आवागमन के साथ रेलमार्ग का भी लाभ मिलेगा। इस लिहाज से यह स्थान बहुत ही उपयुक्त है। रेलमार्ग से जुड़ने पर इसको काफी फायदा मिलेगा।
यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ ओमवीर सिंह ने कहा, जेवर एयरपोर्ट के पास लॉजिस्टिक हब विकसित किया जाएगा। इसके लिए जमीन चिह्नित की गई है। इस इलाके को 2041 की महायोजना में शामिल कराने के लिए जल्द ही एनसीआर प्लानिंग बोर्ड को प्रस्ताव भेजा जाएगा। प्रस्ताव शामिल होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।