Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो
लॉकडाउन के चलते अलीगढ़ में गजब का वाकया सामने आया है। यहां एक शादी को 22 दिन हो गए हैं लेकिन बारात दुल्हन के घर पर ही रुकी हुई है। बारात में शामिल 15 लोग यहीं फंसे हुए हैं। दुल्हन के पिता मेजबानी करते-करते थक चुके हैं। उनके पास पैसे भी अब कम ही बचे हैं। लिहाजा, वह इस मुसीबत से छुटकारा चाहते हैं। लेकिन, यूपी में लॉकडाउन खत्म होने की बजाय बढ़ने की सूचनाएं आ रही हैं।
रामनाथ महतो अपने बेटे विजय महतो की बारात लेकर अलीगढ़ के अतरौली आए थे। शादी 21 मार्च को हो गई थी और बारात को 23 मार्च को झारखंड के लिए वापस रवाना होना थी। इसी बीच 22 मार्च को 'जनता कर्फ्यू' और उसके बाद लॉकडाउन घोषित हो गया। जिससे इनकी यात्रा की योजनाओं पर पानी फिर गया और अब बारात में आए 15 मेहमान तब से दुल्हन के घर पर ही रह रहे हैं।
दुल्हन के पिता नरपत राय ने कहा कि अब उन्हें दूल्हे और बारात की मेजबानी करना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने कहा, जिला प्रशासन उन्हें जाने की अनुमति नहीं दे रहा है। हालांकि, अधिकारी दोपहर के भोजन की व्यवस्था कर रहे हैं, लेकिन बारात के नाश्ते और रात के खाने का प्रबंध मुझे करना होता है। पंद्रह लोगों को दिन में दो बार खाना खिलाने के लिए जरूरी सामान जुटाना मुश्किल हो रहा है और पैसा भी खत्म हो रहे हैं।
दूल्हे ने कहा, यह एक असामान्य स्थिति है। हम समस्या समझते हैं, लेकिन कुछ कर भी नहीं सकते। बारातियों में से एक ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि लॉकडाउन के कारण एक बारात के दुल्हन के घर पर सबसे लंबे समय तक रुकने का रिकॉर्ड गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड में दर्ज हो जाएगा।
अब यह रिकॉर्ड गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज होगा या नहीं होगा, लेकिन अपने आप में एक बड़ी कहानी जरूर बन गया है। देशभर से लॉकडाउन से जुड़ी एक से बढ़कर एक घटनाएं सामने आ रही हैं। उन घटनाओं में यह भी अपने आप में एक बड़ी कहानी है। अलीगढ़ में यह परिवार आजकल चर्चा का विषय बना हुआ है। बड़ी बात तो यह है कि बारात में शामिल होकर आए जो 15 लोग दुल्हन के घर ठहरे हुए हैं, उनकी आस-पड़ोस के लोगों से भी दोस्ती हो गई है। यह लोग कहते हैं कि जब सुबह शाम हम थोड़ी बहुत देर के लिए घर के बाहर टहलते हैं तो पड़ोसी देखकर उन्हें मुस्कुराने लगते हैं।