Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने 5 जुलाई को आयोजित होने वाली सीटेट परीक्षा भी रद्द कर दी है। सीबीएसई की ओर से गुरुवार की शाम यह जानकारी सार्वजनिक की गई है। वजह कोविड-19 के कारण व्याप्त संक्रमण को बताया गया है। अभी दोबारा इसका आयोजन कब होगा, यह तारीख तय नहीं की गई है।
सीबीएसई के सचिव और सीटेट के डायरेक्टर अनुराग त्रिपाठी ने गुरुवार की शाम एक आदेश जारी कर बताया है कि 5 जुलाई को आयोजित होने वाली सीटेट परीक्षा रद्द कर दी गई है। इस परीक्षा का आयोजन भविष्य में कब होगा, इस बारे में अलग से जानकारी दी जाएगी। अनुराग त्रिपाठी ने इसके पीछे की वजह कोविड-19 के कारण फैली महामारी को बताया है।
उन्होंने कहा है कि इस वक्त सीटेट की परीक्षा आयोजित करने के लिए अनुकूल समय नहीं है। आपको बता दें कि गुरुवार को सीबीएसई ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल करके दसवीं की छूटी हुई परीक्षाओं को भी रद्द कर दिया है। 12वीं की परीक्षाओं के लिए छात्रों को दो विकल्प दिए हैं। सीबीएसई ने कहा है कि छात्र अगर चाहे तो इंटरनल असेसमेंट के आधार पर मार्क लेकर परीक्षा परिणाम हासिल कर सकते हैं। यदि छात्र ऐसा नहीं करना चाहते हैं तो उन्हें निकट भविष्य में हालात सामान्य होने के बाद परीक्षा देने का विकल्प दिया जाएगा। लेकिन ऐसे में छात्रों के सामने धर्म संकट खड़ा हो गया है।
दरअसल, दिल्ली यूनिवर्सिटी समेत देशभर के स्नातक पाठ्यक्रम आयोजित करने वाले शिक्षण संस्थान अगस्त में फर्स्ट ईयर के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू कर देंगे। ऐसे में परीक्षा की बाट जो रहे छात्रों को परेशानी हो सकती है।
आपको बता दें कि केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा सीटेट दिल्ली समेत देशभर में विधि मान्य होती है। इस परीक्षा को पास करने वाले परीक्षार्थी प्राथमिक स्कूलों में बतौर शिक्षक नियुक्ति हासिल करते हैं। उत्तर प्रदेश समेत देशभर के तमाम राज्यों में सीटेट परीक्षा पास करने वाले परीक्षार्थियों को प्राइमरी स्कूलों में भर्ती के लिए पात्र माना जाता है। यही वजह है कि सीटेट परीक्षा में हर साल दो बार आयोजित की जाती है और इसमें देश भर के लाखों परीक्षार्थी शामिल होते हैं।