Google Image | संजय भाटी
बाइक बोट के नाम पर देशभर के सवा दो लाख लोगों से की ठगी के मामले में नोबल बैंक के सीईओ को गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि घोटाले की रकम बैंक के सीईओ के माध्यम से रियल स्टेट में निवेश की गई थी। बैंक से नोट गिनने की मशीन अवैध रूप से बाइक बोट के ऑफिस भेजी गई थी। पुलिस ने आरोपी को नोएडा के सेक्टर-100 स्थित उसके आवास से गिरफ्तार किया है।
बाइक बोट घोटाले में शामिल आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए मेरठ रेंज के 38 पुलिसकर्मियों को लगाया गया है। जिसका नेतृत्व गाजियाबाद में तैनात इंस्पेक्टर बिजेंद्र सिंह भडाना कर रहे है। इंस्पेक्टर ने बताया कि नोबल बैंक के सीईओ विजय कुमार शर्मा निवासी सेक्टर-100 को नोएडा से गिरफ्तार किया गया है।
पूछताछ के दौरान पता चला है कि उसने बैंक की आठ ब्रांच खोली थी। जिसमें से चार ब्रांच नोएडा में है। वर्ष 2018 में बाइक बोट घोटाले के मुख्य आरोपित संजय भाटी द्वारा अपनी कंपनी व अन्य कंपनियों के खाते बिना केवाइसी की शर्तों को पूरा किए खुलवाए। खाता खुलवाने में आरोपित विजय ने संजय का सहयोग किया। जेल में बंद घोटाले के मुख्य आरोपित संजय भाटी की मांग पर ही आरोपित ने बैंक से कैश गिनने वाली अवैध रूप से दी थी। इसके अलावा बैंक से अवैध रूप से गाड़ियों के नाम पर लोन दिए गए।
पुलिस का दावा है कि बैंक के सीईओ और मुख्य आरोपित संजय भाटी के बीच दोस्ती बिजेंद्र नाम के व्यक्ति ने कराई थी। वह भी घोटाले में बराबर का हिस्सेदार है।