Tricity Today | वीरेंद्र सिंह सिरोही को श्रृद्धांजलि देने पहुंचे सीएम
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और बुलंदशहर सदर के विधायक वीरेंद्र सिंह सिरोही का कैंसर के कारण सोमवार की सुबह मौत हो गई है। इससे भारतीय जनता पार्टी में शोक की लहर है। खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार की दोपहर बलुंदशहर में उनके घर पहुंचे। शोकाकुल परिवार को ढांढ़स बंधाया। बड़ी संख्या में भाजपा के नेता, विधायक, सांसद और मंत्री श्रृद्धांजलि देने पहुंचे हैं।
लीवर में कैंसर के कारण वीरेंद्र सिंह सिरोही को दिल्ली के एलबीएस अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। वहां सोमवार की सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली। परिजन उनके पार्थिव शरीर को बुलंदशहर लेकर आए। सोमवार की सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ग्रेटर नोएडा में गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी में थे। उन्हें वीरेंद्र सिंह सिरोही के निधन की जानकारी मिली तो वह सीधे नोएडा से बुलंदशहर पहुंचे। सीएम ने वीरेंद्र सिंह को पुष्प अर्पित कर श्रृद्धांजलि दी।
वीरेंद्र सिंह सिरोही के अंतिम दर्शन करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, पंचायतराज मंत्री भूपेंद्र सिंह, गन्ना विकास मंत्री सुरेश राणा, अशोक कटारिया, कपिल देव अग्रवाल, एटा के सांसद राजू भैया, गौतमबुद्ध नगर के सांसद डा. महेश शर्मा, मुजफ्फरनगर के सांसद संजीव बालियान, अलीगढ़ के सांसद सतीश शर्मा, बुलंदशहर के सांसद भोला सिंह, जेवर के विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक धनीराम पहुंचे।
वीरेंद्र सिंह सिरोही पेशे से वकील थे और किसान परिवार से ताल्लुक रखते थे। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के साथ राजनीति की शुरूआत की। वह कल्याण सिंह, राजनाथ सिंह और राम प्रकाश गुप्ता की सरकारों में मंत्री रहे थे। वह पहले अगौता और फिर बुलंदशहर से विधायक रहे। फिलहाल बुलंदशहर की सदर विधानसभा सीट से तीसरी बार विधायक थे। उन्हें भारतीय जनता पार्टी ने यूपी विधानसभा में मुख्य सचेतक नियुक्त किया था।
वीरेंद्र सिंह सिरोही के निधन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, सिरोही जी बहुत सुलझे हुए और जमीन से जुड़े नेता थे। उनके निधन से निजी रूप से नुकसान महसूस कर रहा हूं। उनके जाने से पूरी पार्टी और सरकार में शोक का माहौल है।