Google Image | फैक्ट्री के धमाके पर सीएम ने मांगी रिपोर्ट, मृतक आश्रितों को 2-2 लाख की सहायता का ऐलान
गाजियाबाद जिले की मोदीनगर तहसील के बखरवा गांव में रविवार की शाम मोमबत्ती बनाने की फैक्ट्री में हुए हादसे की रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तलब की है। गाजियाबाद के जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य करने का आदेश मुख्यमंत्री ने दिया है। साथ ही सीएम ने मृतक आश्रितों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है। इस हादसे में 8 लोगों की मौत हुई है। जिनमें 7 महिलाएं शामिल हैं।
गाजियाबाद के जिलाधिकारी डॉ अजय शंकर पांडे ने बताया कि मरने वालों में सभी स्थानीय हैं। इनमें सात महिलाएं और एक पुरुष शामिल हैं। डीएम ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतक आश्रितों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है। सभी आश्रितों को यह धनराशि तत्काल उपलब्ध करवाई जा रही है। हादसे में घायल हुए लोगों का उपचार किया जा रहा है। उपचार का खर्च सरकार वहन करेगी। डीएम ने बताया कि बचाव एवं राहत कार्यों के लिए डिजास्टर रिस्पांस टीम को बुला लिया गया था। फैक्ट्री का मलबा हटा दिया गया है। सभी घायलों को अस्पतालों में भर्ती कर दिया गया है।
आपको बता दें कि मोदीनगर तहसील के बखरवा गांव में रविवार की शाम एक फैक्ट्री में जोरदार धमाका हुआ है। इस फैक्ट्री में मोमबत्तियां बनाई जाती थीं। हालांकि ग्रामीणों का कहना है कि यहां अवैध रूप से पटाखे भी बनाए जाते हैं। यह फैक्ट्री करीब 5 वर्षों से चल रही थी। जिसके बारे में कई बार जिला प्रशासन और पुलिस से शिकायत की गई थी, लेकिन स्थानीय पुलिस ने इसे लेकर कोई कदम नहीं उठाया।
ग्रामीणों ने डीएम और एसएसपी का घेराव किया
गांव में मौके पर पहुंचे गाजियाबाद के जिलाधिकारी डॉ अजय शंकर पांडे और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी का स्थानीय ग्रामीणों ने घेराव किया। घेराव करने वालों में खासतौर से मृतकों के आश्रितों शामिल थे। इन लोगों का कहना है कि मुआवजा राशि बहुत कम है। ग्रामीणों ने डीएम और एसएसपी से मुआवजा राशि बढ़ाकर 10-10 लाख करने की मांग की है। इस पर जिलाधिकारी ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि वह उनकी मांग के बारे में लिखकर शासन को भेजेंगे। इस बारे में फैसला शासन को ही लेना है।
फैक्ट्री में 30 लोग काम करते थे, पहले शिकायत की गई थी
बखरवा गांव के ग्रामीणों का कहना है कि इस फैक्ट्री में मोमबत्ती बनाने का लाइसेंस था, लेकिन फैक्ट्री का मालिक अवैध रूप से पटाखे बनाता था। इस बारे में फैक्ट्री में काम करने वाले किसी कर्मचारी ने पुलिस और स्थानीय प्रशासन से शिकायत भी की थी। जिस पर पुलिस ने संज्ञान लिया था, लेकिन बाद में न जाने किस वजह से मामले को रफा-दफा कर दिया गया था। ग्रामीणों ने इस बात को लेकर डीएम और एसएसपी से शिकायत की है। डीएम और एसएसपी ने पूरे मामले की विस्तार से जांच करने का आश्वासन ग्रामीणों को दिया है। दूसरी ओर इस पूरे मामले पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद जिला प्रशासन और पुलिस से रिपोर्ट मांगी है। उम्मीद जताई जा रही है कि स्थानीय पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई हो सकती है।