Ghaziabad: कोरोना मरीजों को अब होटल में मिलेगा इलाज, ये सुविधाएं मिलेंगी और यह बजट होगा

Ghaziabad: कोरोना मरीजों को अब होटल में मिलेगा इलाज, ये सुविधाएं मिलेंगी और यह बजट होगा

Ghaziabad: कोरोना मरीजों को अब होटल में मिलेगा इलाज, ये सुविधाएं मिलेंगी और यह बजट होगा

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गाजियाबाद जिला प्रशासन ने लोगों की सुविधाओं के लिए व्यवस्था कीgangaशहर के होटल तरू-इन और एलाइट को कोविड केयर सेंटर बनाया गयाgangaजिले में तेजी से बढ़ रहे मरीजों के कारण अस्पतालों में बेड कम पड़ रहे हैंgangaऐसे में प्रशासन ने अस्पतालों से प्रस्ताव मांगा था, 35 अस्पताल तैयार हो गए हैंgangaशुरुआत में शहर के 2 होटलों को एल-1 श्रेणी के कोविड सेंटर में बदला गया है

गाजियाबाद जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को सुविधा देने के लिए बड़ी पहल की है। शहर के दो होटलों में कोविड-19 केयर यूनिट बनाई गई हैं। अब लोग अपने खर्चे पर यहां कोरोना का इलाज करवा सकते हैं। गाजियाबाद में कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों को अब होटल में भी उपचार मिल सकेगा। शहर के दो होटल तरू-इन और एलाइट को कोविड केयर सेंटर में तब्दील किया गया है। इन दोनों होटलों में करीब 95 लोग अपना उपचार करा सकेंगे।

होटलों में एल-1 श्रेणी के कोविड केयर सेंटर बनेंगे
शासन से मंजूरी मिलने के बाद दोनों होटलों को कोविड केयर सेंटर बनाकर एल-1 श्रेणी के उपचार की सुविधा शुरू कर दी गई है। जिलाधिकारी डॉ.अजय शंकर पांडेय ने बताया कि इन दोनों होटलों में 95 लोग अपना उपचार करा सकेंगे। जिला प्रशासन होटलों को कोविड केयर सेंटर बनाने के लिए प्रयास कर रहा है। 35 होटलों में कोविड सेंटर बनाने के लिए प्रस्ताव मांगा था और दो होटलों से प्रस्ताव मिलने के बाद शासन को लिखा गया था। प्रदेश के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने दोनों होटलों को कोविड केयर सेंटर बनाने के लिए स्वीकृति जारी कर दी हैं। 

2000 रुपये रोजाना मरीज को देने होंगे
जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने बताया कि दोनों होटल एलाइट और होटल तरु-इन हैं। इन दोनों में एल-1 श्रेणी के उपचार की सुविधा दी जाएगी। इनमें कमरे का किराया 1500 रुपए से 2 हजार रुपए निर्धारित किया गया है। दोनों होटलों में कोरोना संक्रमित मरीजों को रखा जाएगा। यहां रहने वाले मरीजों का उपचार सरकारी चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ करेगा। उपचार के लिए मरीज से प्रतिदिन दो हजार रुपए लिए जाएंगे। सीएमओ मरीज की स्थिति और सहमति के बाद ही होटलों में भर्ती की अनुमति देंगे। होटल के सिंगल एक्यूपेंसी के कमरे 25 फीसदी महिलाओं, छोटे बच्चों व वृद्धों को दिए जाएंगे। जबकि 75 फीसदी कक्ष डबल एक्यूपेंसी पर दिए जाएंगे।

मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण अस्पताल फुल हैं
डीएम का कहना है, इन होटलों में गर्भवती महिलाओं, छोटे बच्चों व 65 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों को भर्ती नहीं किया जाएगा। प्रशासन होटल में चिकित्सीय सुविधा व अन्य व्यवस्थाएं कर रहा है। बता दें कि जिले में बढ़ रही कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या के चलतेे बेड की कमी आड़े आ रही थी। इसके चलते प्रशासन ने होटल संचालकों से मदद मांगी थी। अपने-अपने होटलों को कोविड केयर सेंटर बनाने की अपील की थी।

प्रशासन की योजना है कि लोग होटलों में कम खर्च पर भर्ती हो सकते हैं और यहां वह लग्जरी सुविधाओं का आनंद भी ले सकते हैं। इसके बाद जिले के 35 होटल संचालकों ने अपने होटलों को कोविड सेंटर बनाने पर सहमति दी थी। होटलों के कमरे के किराए को कम करने के लिए भी प्रशासन होटल संचालकों से वार्ता कर रहा था। 

सबसे पहले बजरिया के दो होटल सामने आए
इसी बीच बजरिया के दो होटल संचालकों ने प्रशासन को कोविड सेंटर बनाने के लिए प्रस्ताव भेजा था। भर्ती होने वाले लोगों को होटल की तरफ से ब्रेकफॉस्ट, लंच, डिनर, एयर कंडीशनर, बेड, टीवी, गीजर, मिनरल वॉटर समेत अन्य सुविधाएं देनी हैं। वहीं, अपर मुख्य सचिव ने आदेश में कहा कि अगर किसी मरीज की तबीयत बिगड़ती है तो उसे तत्काल कोविड लेवल-2 और लेवल-3 हॉस्पिटल में ट्रांसफर किया जाएगा। होटल के कोविड केयर सेंटर में कोरोना के संक्रमण का खतरा अधिक है। इसलिए सेंटर पर सभी कोरोना प्रोटोकॉल नियम अपनाए जाएंगे। सुरक्षा के उपाय डॉक्टर्स की टीम और होटल के स्टाफ के लिए जरूरी हैं। जिसमें पीपीई किट, मास्क और सैनिटाइजर शामिल किए गए हैं।

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