गाजियाबाद में 45 हजार लोगों का कोरोना टेस्ट किया गया, एक लाख टेस्ट किट की ओर जरूरत

गाजियाबाद में 45 हजार लोगों का कोरोना टेस्ट किया गया, एक लाख टेस्ट किट की ओर जरूरत

गाजियाबाद में 45 हजार लोगों का कोरोना टेस्ट किया गया, एक लाख टेस्ट किट की ओर जरूरत

Google Image | प्रतीकात्मक फोटो

गाजियाबाद को अभी तक शासन से 65 हजार टेस्ट किट मिली हैंgangaस्वास्थ विभाग ने एक लाख और टेस्ट किट सरकार से मांगी हैंgangaजिले में रोजाना करीब 5000 लोगों का टेस्ट किया जा रहा हैgangaअब जिले में आरटी-पीसीआर के सैंपल कम लिए जा रहे हैं

गाजियाबाद जिले में कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या के चलते स्वास्थ्य विभाग ने अब रैपिड एंटीजन किट से लोगों की जांच तेज कर दी है। पिछले 20 दिन में 45 हजार लोगों की एंटीजन किट से जांच की जा चुकी हैं। गाजियाबाद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.एनके गुप्ता ने बताया कि जिले में रैपिड एंटीजन किट से जांच तेज कर दी गई है। जांच के लिए विभिन्न क्षेत्रों में जहां शिविर लगाए जा रहे हैं। वहीं, ओपीडी में आने वाले बुखार, खांसी और जुकाम के मरीजों का भी एंटीजन किट से कोरोना टेस्ट किया जा रहा है। 

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि जिले में अब तक 45 हजार एंटीजन टेस्ट किए जा चुके हैं। जिला एमएमजी अस्पताल, जिला महिला अस्पताल के अलावा डासना स्थित आईएमएस कॉलेज के बूथ पर भी जांच की जा रही हैं। जिले के चारों ब्लॉक में बूथ बनाए गए हैं। इन बूथों पर भी एंटीजन टेस्ट किए जा रहे हैं। हॉटस्पॉट में भी एंटीजन टेस्ट कराए जा रहे हैं। 

स्वास्थ्य विभाग ने शासन से एक लाख और टेस्ट किट मांगी हैं

जिले में स्वास्थ्य विभाग को अभी तक 64 हजार एंटीजन किट मिली हैं। शासन को प्रस्ताव भेजकर एक लाख अतिरिक्त एंटीजन किट की मांग की है। दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जांच की संख्या बढ़ाई गई है। इसके लिए नीति आयोग के सदस्य रोज निगरानी कर रहे हैं। पहले चरण में जिले को 10 हजार एंटीजन किट आवंटित की गई थीं। धीरे-धीरे 64 हजार किट मिलीं। इनमें से 45 हजार का उपयोग किया जा चुका है। फिलहाल, 20 हजार किट उपलब्ध हैं। इन किट से कोरोना टेस्ट होने के कारण आरटी-पीसीआर के सैंपल कम लिए जा रहे हैं। अब यह सैंपल संदेह होने पर ही लिया जा रहा है।

इस तरह किया जाता है कोरोना का रैपिड टेस्ट

स्वास्थ्य विभाग के लैब टेक्नीशियन के मुताबिक एंटीजन किट टेस्ट के लिए नाक से म्यूकस का सैंपल लिया जाता है। उसे किट में डालकर जांच की जाती है। यदि दोनों पट्टी लाल हो जाती हैं तो रिपोर्ट पॉजिटिव होती है और एक पट्टी लाल होने पर निगेटिव रिपोर्ट मानी जाती है। करीब 20 मिनट में जांच प्रक्रिया पूरी हो जाती है। वहीं, गाजियाबाद सिविल डिफेंस के चीफ वार्डन ललित जायसवाल ने बताया कि सिविल डिफेंस की ओर से शहर में रोजाना शिविर लगाए जा रहे हैं। कोरोना जांच के लिए रविवार को चिरंजीव, राकेश मार्ग आदि क्षेत्र में शिविर लगाया गया। शिविर में 80 लोगों की जांच एंटीजन किट से की गई। इसमें दो लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई हैं।

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