ग्रेटर नोएडा: पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर हादसे के बाद गुड़ लूटने पहुंच गई भीड़, एनएचएआई के ठेकेदार की लापरवाही सामने आई

ग्रेटर नोएडा: पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर हादसे के बाद गुड़ लूटने पहुंच गई भीड़, एनएचएआई के ठेकेदार की लापरवाही सामने आई

ग्रेटर नोएडा: पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर हादसे के बाद गुड़ लूटने पहुंच गई भीड़, एनएचएआई के ठेकेदार की लापरवाही सामने आई

Tricity Today |

सोमवार की सुबह ग्रेटर नोएडा से गुजर रहे पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे पर बड़ा हादसा हुआ है। इस हादसे की वजह वैसे तो गहरा कोहरा रहा, लेकिन पुलिस की छानबीन में एक बड़ी बात सामने आई है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के ठेकेदार की लापरवाही इस हादसे की वजह बनी है। दरअसल, एक्सप्रेस-वे जगह-जगह से टूटा हुआ है। जिसका दोबारा निर्माण करवाया जा रहा है। ग्रेटर नोएडा में अट्टा गुजरान गांव के पास भी इसी तरह के एक पैच को दोबारा बनाया जा रहा है। इस जगह पर एक बड़ा कंटेनर ट्रक निर्माणाधीन हाईवे के हिस्से में जा घुसा। वहां गहरा गड्ढा खोदा गया था। कंटेनर उसमें जाकर फंस गया। इसके बाद एक-एक करके वाहन पीछे से टकराते चले गए। इस हादसे में करीब 20 वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं। 20 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इतना ही नहीं एक्सप्रेस वे पर एक गुड़ से भरा ट्रक हादसे का शिकार होकर पलट गया। जब यह जानकारी गांव वालों को मिली तो भीड़ गुड लूटने पहुंच गई।

ग्रेटर नोएडा पुलिस ने बताया, सोमवार की तड़के सुबह यमुना एक्सप्रेस-वे और ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर घने कोहरे के चलते 50 से अधिक वाहन एक-दूसरे से टकरा गए हैं। इन हादसों में 2 दर्जन से अधिक लोग घायल हुए हैं। घायलों का निजी अस्पतालों में उपचार कराया गया है। पहला हादसा ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे पर सोमवार को तड़के करीब 2:30 बजे हुआ। यह हादसा अट्टा गुजरान गांव के पास हुआ है। एक्सप्रेस वे पर निर्माण कार्य होने के कारण सड़क में गड्ढा किया गया है। फरीदाबाद से गाजियाबाद की ओर जा रहे कंटेनर चालक को निर्माण कार्य दिखाई नहीं दिया। दरअसल, यहां कम्पनी ठेकेदार ने लाइट का इंतजाम नहीं किया है। लिहाजा, कंटेनर चालक निर्माणाधीन स्थान देख नहीं पाया। उसका वजन से भरा वाहन गड्ढे में फंस गया। इसके बाद तो घने कोहरे के चलते एक के बाद एक वाहन कंटेनर में पीछे से टकराते गए। 

एक्सप्रेस-वे पर गुड लूटने पहुंच गई भीड़

कंटेनर से टकराने के कारण गुड़ से भरा हुआ एक ट्रक यहां पलट गया। लगभग 40 वाहन घने कोहरे के कारण दृश्यता शून्य होने के कारण एक-दूसरे से टकरा गए। गांव वालों को सुबह होने पर गुड़ से भरा ट्रक पलटने की खबर मिली। सैकड़ों ग्रामीण गुड़ लूटकर भागने लगे। पुलिस और एक्सप्रेस-वे कर्मियों को यह सूचना हुई तो फोर्स मौके पर पहुंची। गुड़ लूटकर भाग रहे ग्रामीणों को खदेड़ा गया। एक्सप्रेस-वे कर्मियों और पुलिसकर्मियों ने घायलों को ग्रेटर नोएडा के निजी अस्पताल में भर्ती कराया है। पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर अचानक हुए हादसे के कारण काफी देर तक यातायात अवरुद्ध रहा। काफी दूर तक वाहनों की लाइन लग गई। यह हादसा पलवल से गाजियाबाद रूट पर हुआ है।

दूसरा हादसा यमुना एक्सप्रेस-वे के सलारपुर अंडरपास के नजदीक हुआ

यमुना एक्सप्रेस-वे पर दूसरा हादसा सलारपुर अंडरपास के समीप हुआ है। यह हादसा घने कोहरे के कारण सोमवार की सुबह लगभग 7:00 बजे हुआ है। आगरा की तरफ से एक कंटेनर सामने जा रहे वाहन से घने कोहरे के कारण टकरा गया। इसके बाद तो तेज गति से आ रहे वाहन एक दूसरे से टकराते गए। जैसे ही वाहनों के टकराने की आवाज हुई तो आसपास हड़कंप मच गया। मौके पर यमुना एक्सप्रेसवे कर्मी और दनकौर पुलिस पहुंची। इस घटना में 10 वाहन एक दूसरे से टकराए। वाहनों में सवार यात्री भी हल्की फुल्की चोट के साथ घायल हो गए। घायलों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक्सप्रेस-वे और ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे पर हुए घने कोहरे के कारण हादसे में किसी की तरफ से कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई गई है। पुलिस और एक्सप्रेसवे कर्मियों का कहना है कि घायलों को हल्की फुल्की चोट आई थी। जिन्हें उपचार के बाद घर भेज दिया गया है।  पुलिस का कहना है कि घायलों का अस्पताल इलाज निजी अस्पताल में हुआ है।प्राथमिक उपचार के बाद सभी घायल अपने घर चले गए।

एनएचएआई के विरोध में धरने पर बैठ गया दलित कार्यकर्ता सुनील गौतम

इस हादसे के बाद दलित समाजसेवी सुनील गौतम ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे पर पहुंचे और धरना देकर बैठ गए। सुनील गौतम का कहना है, "मैंने तमाम बार नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया, भूतल परिवहन मंत्रालय और उत्तर प्रदेश सरकार को पत्र लिखे हैं। यहां एनएचएआई का ठेकेदार महीनों से सड़क का दोबारा निर्माण कर रहा है। मैंने कई बार कहा है की यहां लाइट लगवा दी जाए। जिससे रात में आने वाले वाहनों को निर्माणाधीन साइट दूर से दिखाई दे, लेकिन ठेकेदार ने लापरवाही बरती। यहां अब तक लाइट नहीं लगवाई गई है। पूरी सर्दियों के दौरान अब लगातार कोहरा पड़ेगा, जिसकी वजह से यह निर्माणाधीन साइट हादसों की वजह बनेगी। इन हादसों के कारण जानमाल का बड़ा नुकसान हो रहा है।" सुनील गौतम देर शाम तक पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर धरना देकर बैठे रहे। उन्हें पुलिस और अफसरों ने समझाया, तब जाकर वह अपने घर वापस लौटे।

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