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किसान आंदोलन के चलते सोमवार को भारतीय जनता पार्टी की हरियाणा सरकार को बड़ा झटका लगा है। किसानों के समर्थन में सोमवार को हरियाणा की दादरी सीट से निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान ने पशुधन विकास बोर्ड के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। वह सांगवान खाप के प्रधान भी हैं। उन्होंने चरखी दादरी में हुई सांगवान खाप की पंचायत में यह ऐलान किया है। सांगवान खाप मंगलवार से दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन में शामिल होगी। वह दादरी विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को लिखे पत्र में सांगवान ने कहा, ''किसानों के समर्थन में मैंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। पूरे देश की तरह, मेरे विधानसभा क्षेत्र दादरी के किसान भी कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। ऐसे हालात में उनका पूरा समर्थन करना मेरी प्राथमिकता और नैतिक कर्तव्य भी है।'' दादरी में सांगवान खाप की हुई पंचायत में फैसला किया गया कि खाप के लोग एक दिसंबर से किसानों के समर्थन में दिल्ली के लिए कूच करेंगे और उनका नेतृत्व खाप के प्रधान सोमबीर सांगवान करेंगे।
इसके बाद उन्होंने हरियाणा पशुधन विकास बोर्ड के अध्यक्ष पद से भी इस्तीफा देने की घोषणा की और कहा कि उनके लिए किसी भी पद से बड़ा समाज और लोगों का हित है। गौरतलब है कि सोमवीर सांगवान ने विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी और ओलम्पियन बबीता फोगाट को हराया था। हालांकि, हरियाणा में हंग असेंबली आने पर मनोहर लाल खट्टर सरकार को समर्थन दे रहे हैं।
आपको बता दें कि केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसान आंदोलनरत हैं। पिछले 4 दिनों से हरियाणा और पंजाब के किसान दिल्ली में संत निरंकारी मैदान में डटे हुए हैं। दूसरी ओर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान गाजियाबाद-दिल्ली बॉर्डर पर डेरा डालकर पड़े हैं। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी के किसान नेताओं पर लगातार दबाव बन रहा है। किसानों की मांग है कि कृषि कानूनों में कुछ ऐसे उपबंध हैं, जो किसानों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। सरकार उन्हें खत्म करे। बिना शर्त बातचीत की जाए। हालांकि, एक ऐसा धड़ा भी है, जो इन आंदोलनकारियों को किसान की बजाय राजनीति और खालिस्तानी समर्थक करार दे रहा है।