गौतमबुद्ध नगर समेत यूपी के इन 20 जिलों से गुजरेगी दिल्ली-वाराणसी बुलेट ट्रेन, 726 गांवों की जमीन का अधिग्रहण होगा, सरकार ने मांगा रिकॉर्ड

गौतमबुद्ध नगर समेत यूपी के इन 20 जिलों से गुजरेगी दिल्ली-वाराणसी बुलेट ट्रेन, 726 गांवों की जमीन का अधिग्रहण होगा, सरकार ने मांगा रिकॉर्ड

गौतमबुद्ध नगर समेत यूपी के इन 20 जिलों से गुजरेगी दिल्ली-वाराणसी बुलेट ट्रेन, 726 गांवों की जमीन का अधिग्रहण होगा, सरकार ने मांगा रिकॉर्ड

Google Image | दिल्ली-वाराणसी बुलेट ट्रेन

नई दिल्ली से वाराणसी हाईस्पीड ट्रेन परियोजना पर उत्तर प्रदेश सरकार ने भी तेजी से काम शुरू कर दिया है। यह रेल कॉरिडोर में गौतमबुद्ध नगर समेत राज्य के 20 जिलों से होकर गुजरेगा। अलीगढ़ और आगरा मंडल के 155 गांव की जमीन ली जाएगी। जबकि, पूरी परियोजना के लिए इन 20 जिलों के 726 गांवों से भूमि अधिग्रहण किया जाएगा। नेशनल हाईस्पीड रेल कॉर्पोरेशन प्रोजेक्ट की डीपीआर तैयार कर रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार के प्रमुख सचिव ने सभी जिलों के जिलाधिकारियों से इन गांवों का राजस्व रिकॉर्ड मांगा है। सभी जिलों से राजस्व रिकॉर्ड सरकार को भेजा जा रहा है। उम्मीद है कि जल्दी ही भूमि अधिग्रहण के लिए अधिसूचना जारी कर दी जाएंगी।

दिल्ली-वाराणसी हाईस्पीड रेल कॉरिडोर यूपी के 20 जिलों से होकर गुजरेगा। सबसे पहला जिला गौतमबुद्ध नगर होगा। दिल्ली से उत्तर प्रदेश में प्रवेश करने के लिए हाई स्पीड ट्रेन सबसे पहले गौतमबुद्ध नगर नोएडा और फिर ग्रेटर नोएडा पहुंचेगी। इस परियोजना के लिए सभी 20 जिलों में 726 गांवों की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। करीब 865 किलोमीटर लंबे इस कॉरिडोर पर ट्रेन की औसत रफ्तार करीब 320 किलोमीटर प्रति घण्टा रहेगी। नेशनल हाईस्पीड रेल कॉर्पोरेशन सर्वे पूरा कर चुका है। अब डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जा रही है। जिसके लिए उत्तर प्रदेश शासन के प्रमुख सचिव नितिन रमेश गोकर्ण ने सभी 20 जिलों के जिलाधिकारियों से गांवों के राजस्व नक्शे और अन्य रेवेन्यू रिकॉर्ड मांगे हैं। हाईस्पीड रेल कॉरिडोर में अलीगढ़ मंडल के जनपद अलीगढ़ के 10, आगरा मंडल में आगरा जिले के 44, मथुरा के 70, फिरोजाबाद के 31 गांव जद में आएंगे।

उत्तर प्रदेश सरकार का आदेश आने के बाद इन गांवों का रेवेन्यू रिकॉर्ड हाईस्पीड रेल कॉरपोरेशन को भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने बताया कि जिले में ज्यादातर भूमि का अधिग्रहण पहले ही नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण कर चुके हैं। लिहाजा, कुछ ही गांव जेवर क्षेत्र के ऐसे हैं, जिनमें भूमि का अधिग्रहण करना होगा। शासन ने जिन गांवों का रेवेन्यू रिकॉर्ड हाई स्पीड ट्रेन कॉरपोरेशन को भेजने का आदेश दिया है, वह रिकॉर्ड भेजा जा रहा है। दूसरी ओर अलीगढ़ के जिलाधिकारी चंद्रभूषण ने बताया कि हाईस्पीड रेल कॉरिडोर के लिए अलीगढ़ के 10 गांवों में भूमि अधिग्रहण करने की आवश्यकता होगी। शासन ने इन गांवों का राजस्व रिकॉर्ड मांगा है। रिकॉर्ड तैयार हो जा रहा है। जल्दी ही भेज दिया जाएगा।
 
इन जिलों से होकर गुजरेगी हाई स्पीड ट्रेन

  • गौतमबुद्ध नगर
  • अलीगढ़
  • मथुरा
  • आगरा
  • फिरोजाबाद
  • इटावा
  • औरैया
  • कन्नौज
  • उन्नाव
  • लखनऊ
  • रायबरेली 
  • प्रतापगढ़
  • इलाहाबाद
  • भदोही
  • मिर्जापुर
  • वाराणसी
  • लखनऊ
  • बाराबंकी
  • अयोध्या
  • बस्ती

गौतमबुद्ध नगर जिले में बनेंगे दो स्टेशन

नई दिल्ली-वाराणसी हाई स्पीड ट्रेन कॉरिडोर पर गौतमबुद्ध नगर ऐसा अकेला जिला होगा, जिसमें दो स्टेशन बनाए जाएंगे। गौतमबुद्ध नगर में पहला स्टेशन नोएडा शहर में बनेगा। जबकि, दूसरा स्टेशन जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर बनाया जाएगा। एयरपोर्ट बनाने की जिम्मेदारी उठा रही कंपनी ने टर्मिनल बिल्डिंग में ही हाई स्पीड ट्रेन का स्टेशन बनाने का प्रस्ताव दिया है। आपको बता दें कि इस कॉरिडोर की लम्बाई 865 किलोमीटर होगी। इस पर ट्रेन की औसत रफ्तार 320 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी। इस परियोजना को पूरा करने के लिए लगभग 1.21 लाख करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।

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