Tricity Today | दनकौर रेलवे स्टेशन पर प्रवासी मजदूरों को संभालने के लिए तैनात आरएएफ के जवान।
ग्रेटर नोएडा के दनकौर रेलवे स्टेशन से प्रवासी मजदूरों को बिहार के सिवान और बक्सर जिले पहुंचाने के लिए दो ट्रेन कम पड़ गई हैं। मौके पर निर्धारित मजदूरों की संख्या से अधिक मजदूर आ गए हैं। रेलवे स्टेशन पर उमड़ी बेतहाशा भीड़ से अफरा-तफरी का माहौल मच गया। व्यवस्था को संभाल रहे पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के भी एक बार हाथ पांव फूल गए। स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस अधिकारियों ने कमिश्नर और जिलाधिकारी को मामले की सूचना दी।
मौके पर तत्काल जिलाधिकारी सुहास एलवाई और पुलिस कमिश्नर आलोक कुमार सिंह भारी पुलिस अमले के साथ पहुंचे। स्थिति पर नियंत्रण के लिए मौके पर एक सेक्शन रैपिड एक्शन फोर्स की टुकड़ी भी तैनात की गई है। तब कहीं जाकर स्थिति पर काबू पाया गया और भीड़ को संभाला गया।
कमिश्नर और जिलाधिकारी घंटों रेलवे स्टेशन पर डेरा डाले रहे। रेलवे के अधिकारियों से बातचीत करके तीसरी अतिरिक्त ट्रेन की व्यवस्था की गई है। तीसरी ट्रेन के लिए लगभग 600 से 700 मजदूर सड़कों पर देर शाम तक जमे हुए थे। देर रात ट्रेन की व्यवस्था कर सभी मजदूरों को भेजा गया है। घर जाने के लिए सड़कों पर उतर आए अतिरिक्त मजदूरों के ट्रेन में बैठ जाने के बाद ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
पूर्वांचल के मजदूरों को वापस घर भेजा गया
उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल जिले के भी सैकड़ों मजदूर घर जाने के लिए दनकौर रेलवे स्टेशन पर आ गए थे। लेकिन पूर्वांचल के लिए कोई ट्रेन नहीं थी। इस कारण प्रशासनिक अधिकारियों ने आजमगढ़, मऊ, बलिया, गोरखपुर जाने वाले मजदूरों को वापस उनके घर, जहां अभी वह रह रहे थे, भेज दिया है।