Google Image | प्रतीकात्मक फोटो
रिटायर्ड मुख्य अग्निशमन अधिकारी के साथ धोखाधड़ी कर दंपत्ति ने प्लॉट देने के नाम पर 22 लाख 50 हजार रुपये की ठगी कर ली। पीड़ित से रुपये लेने के बाद भी संपत्ति की रजिस्ट्री नहीं की, उन्होंने जानकारी की तो उन्हें दिए गए कागज फर्जी निकले, पीड़ित ने अदालत के आदेश पर बुलंदशहर निवासी दंपति के खिलाफ सेक्टर-20 थाने में धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
सेक्टर-31 निवासी कमल कुमार अग्रवाल फरवरी 2010 में आगरा रेंज से मुख्य अग्निशमन अधिकारी के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। उनकों लाभों के रूप में लगभग 35 लाख रुपये मिले थे। इसी दौरान उनके दोस्त रिजवान खान के कार्यालय में उनकी मुलाकात अंसारी रोड बुलंदशहर निवासी सुनील कुमार जैन से हुई। सुनील कुमार जैन ने उनको बताया कि वह नोएडा में बालाजी प्रॉपर्टी के नाम से काम करता है। इसके बाद सुनील अपनी पत्नी सुमन जैन के साथ उनके घर आने जाने लगा।
इस पर उन्हें और उनके परिवार को दोनों पर विश्वास हो गया। इसके बाद सुनील कुमार जैन ने बताया कि उसके और उसकी पत्नी के नाम पर बुलंदशहर में तीन भूखंड आवंटित हैं। इनके कागजात भी उन्होने दिखाए और तीनों प्लॉट को 22 लाख 50 हजार रुपये में बेचने की बात कही। इस पर उन्होंने उसके खाते में 7 लाख 50 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। बाकी रकम रजिस्ट्री के समय देने की बात तय की गई।
आरोप है कि इसके बाद वर्ष 2016 तक सुनील कुमार जैन ने किसी न किसी बहाने से उनसे बिना रजिस्ट्री के ही सारे रुपये ले लिए और रजिस्ट्री नहीं की। काफी दिनों तक रजिस्ट्री नहीं होने पर कमल कुमार ने जानकारी की तो पता चला कि वर्ष 2018 में यूपीएसआईडीसी द्वारा तीनों भूखंडो का आवंटन निरस्त कर दिया गया है। उन्होंने अरोपी से अपने रुपये वापस मांगे तो उसने कई चेक दिए जो बाउंस हो गए। पीड़ित की शिकायत पर कोर्ट के आदेश पर सेक्टर-20 थाना पुलिस ने सुनील कुमार जैन और सुमन जैन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।