Google Image | प्रतीकात्मक फोटो
फास्टैग से 65 रुपये अधिक कटने पर हेल्पलाइन नंबर मिलाना एक व्यक्ति को महंगा पड़ गया। इंटरनेट पर सर्च किया गया हेल्पलाइन नंबर ठगों का निकला। उन्होंने झांसे में लेकर डेबिट कार्ड की डिटेल पूछ ली और खाते से 23 हजार रुपये साफ कर दिए। वहीं, दूसरे मामले में एक कंपनी के डिप्टी मैनेजर के खाते से 48 हजार रुपये उड़ा लिए। कविनगर पुलिस ने दोनों ही मामलों केस दर्ज कर लिया है।
कविनगर क्षेत्र में अनाज मंडी गोविंदपुरम में रहने वाले सोमेश सिंह का कहना है कि वह किसी काम से सिकंदराबाद गए थे। वहां से लौटते समय लुहार्ली टोल प्लाजा पर फास्टैग से टोल कटवाया और घर आ गए। मोबाइल में मैसेज आया तो वह दंग रह गए जो कि फास्टैग से 65 रुपये ज्यादा काट गए थे। सोमेश सिंह का कहना है कि उनका फास्टैग एयरटेल कंपनी का है। 65 रुपये वापस लेने के लिए उन्होंने इंटरनेट पर हेल्पलाइन नंबर सर्च किया और शिकायत दर्ज कराई।
सोमेश के मुताबिक, कॉलर ने कहा कि रकम वापस करने के लिए डेबिट कार्ड नंबर बताना होगा। इसके बाद उन्होंने डेबिट कार्ड का नंबर बताया और फिर फोटो भी पूछने पर उसकी भी जानकारी दे दी। सोमेश के मुताबिक, ठगों ने उनके खाते से 23 हजार रुपये साफ कर दिए। कविनगर क्षेत्र की आदित्य वर्ल्ड सिटी में रहने वाले सुरेंद्र कांत शर्मा ग्रेटर नोएडा स्थित एक कंपनी में डिप्टी मैनेजर है। उन्होंने बताया कि उनके पास आईसीआईसीआई बैंक का क्रेडिट कार्ड है। उनके क्रेडिट कार्ड अकाउंट से 48 हजार रुपये पीएनके एसोसिएट द्वारा निकाल लिए गए। मोबाइल पर मैसेज आने पर ठगी का पता चला।