Tricity Today | यमुना अथॉरिटी के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह
करीब 3 महीने से जारी राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन का असर जेवर में प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर नहीं पड़ेगा। इस परियोजना पर यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण, उत्तर प्रदेश सरकार और ज़्यूरिख़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट मिलकर लगातार काम कर रहे हैं। प्रोजेक्ट इंप्लीमेंटेशन कमिटी परियोजना पर निरंतर अपडेट बनाए हुए है। यह जानकारी नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉक्टर अरुणवीर सिंह ने दी है। उन्होंने कहा लॉकडाउन के बावजूद वह लगातार परियोजना पर काम कर रहे हैं।
सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह ने बताया कि यहां शुरूआत में दो रनवे से उड़ानें शुरू होंगी। दूसरे चरण में 6 रनवे बनेंगे। 6 रनवे बनाने के लिए लॉकडाउन में भी प्रॉजेक्ट इम्पलीमेंट कमिटी (पीएमसी) स्टडी रिपोर्ट तैयार करने में जुटी रही है। ये काम अंतिम चरण में है। जून के अंतिम सप्ताह में इस रिपोर्ट के तैयार होने की उम्मीद है।
सीईओ ने कहा कि लॉकडाउन के कारण भले ही कुछ पेपर वर्क लेट हो गए हैं, लेकिन इसका असर परियोजना के पूरे होने पर नहीं पड़ेगा। एयरपोर्ट का निर्माण करने वाली कंपनी के साथ 17 अगस्त तक कंसेशनल एग्रीमेंट होने की उम्मीद है। लॉकडाउन के कारण इस करार में देरी हुई है। इसके 6 माह के अंदर मास्टर प्लान पास हो जाएगा और फिर काम शुरू हो सकेगा।
2023 से यहां उड़ान शुरू हो जाएंगी
जेवर में बनने वाले इंटरनेशनल एयरपोर्ट का प्रवेश द्वार यमुना एक्सप्रेस वे पर बनेगा। यहां से 6 लेन की एक सड़क एयरपोर्ट के टर्मिनल तक जाएगी। एयरपोर्ट का निर्माण कार्य शुरू होने से पहले यह सड़क बन जाएगी। इसके लिए यमुना अथॉरिटी ने टेंडर जारी कर दिया। 6 माह में ये सड़क बनकर तैयार हो जाएगी। एयरपोर्ट के दूसरे चरण में इसका विस्तार 6 रनवे तक करने के लिए अगले 15 दिनों में प्रॉजेक्ट मॉनिटरिंग कमिटी (पीएमसी) की स्टडी रिपोर्ट भी तैयार हो जाएगी। एयरपोर्ट का प्रवेश द्वार भव्य होगा।
यमुना अथॉरिटी के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट को निर्माण करना है। परियोजना पर काम करने से पहले सड़क बनाई जाएगी। यमुना एक्सप्रेस वे से कनेक्ट करती हुई 6 लेन की यह सड़क बनाने के लिए टेंडर जारी कर दिया है। इस पर 5 करोड़ रुपये खर्च होंगे। तीन जुलाई को इसकी फाइनेंशियल बिड खुलेगी। एक्सप्रेस वे से एयरपोर्ट तक इसकी लंबाई 750 मीटर है। ठेकेदार को टेंडर लेने के 6 माह के अंदर इसका निर्माण पूरा करना होगा। इस सड़क पर यमुना एक्सप्रेस वे से सीधी एंट्री होगी। यह एक्सप्रेस वे पर एयरपोर्ट का प्रवेश द्वार होगा।
2020 में निर्माण शुरू करने की योजना
यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के मुताबिक उत्तर प्रदेश सरकार इसी वर्ष ग्रीन फील्ड जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण शुरू करना चाहती है। जिससे अगले ढाई वर्षों में यह बनकर तैयार हो जाए। सरकार 2023 की शुरुआत में जेवर से उड़ान भरने के लिए एयरपोर्ट को तैयार करना चाहती है। दरअसल अब जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट बन चुका है। वैसे राज्य सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि मानते हैं।