BIG NEWS: यूपी में पहली बार यमुना प्राधिकरण ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भूखण्ड आवंटन किया, करोड़ों का निवेश मिला

BIG NEWS: यूपी में पहली बार यमुना प्राधिकरण ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भूखण्ड आवंटन किया, करोड़ों का निवेश मिला

BIG NEWS: यूपी में पहली बार यमुना प्राधिकरण ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भूखण्ड आवंटन किया, करोड़ों का निवेश मिला

Tricity Today | Yamuna Authority allotted plot through video conferencing

प्रदेश में औद्योगीकरण को बढ़ावा देने के लिए यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) ने मंगलवार को पहली बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (Video Conferencing) के जरिये औद्योगिक भूखंडों का आवंटन किया है। वीसी के जरिये आवेदकों ने अपना प्रस्तुतीकरण दिया। आवंटन के लिए गठित कमेटी ने साक्षात्कार लिया। इसके बाद उन्हें भूखंड आवंटित किया गया है। 

प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ अरुणवीर सिंह ने बताया कि चार आवेदकों में से 2 को भूखंड दिया गया है। अब उन्हें ऑनलाइन ही आवंटन पत्र जारी कर दिया जाएगा।
यमुना प्राधिकरण 4 हजार वर्ग मीटर से बड़े औद्योगिक भूखंडों का आवंटन साक्षात्कार के जरिये करता है। लेकिन लॉकडाउन के चलते आवेदनों का निस्तारण नहीं हो पा रहा था। इसके बाद यमुना प्राधिकरण ने डिजिटल प्रक्रियाओं को बढ़ावा देने के लिए वीसी के जरिये प्रक्रिया को पूरा करने प्रयास शुरू किया। 

मंगलवार को यह प्रक्रिया पूरी तरह से सफल रही। प्राधिकरण कार्यालय में सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह की अध्यक्षता में गठित समिति ने चार औद्योगिक भूखंडों के आवेदकों का साक्षात्कार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये लिया। समिति में एसीईओ शैलेंद्र भाटिया, महाप्रबंधक (परियोजना) केके सिंह,  महाप्रबंधक (वित्त) विशंभर बाबू, महाप्रबंधक (नियोजन) मीना भार्गव, औद्योगिक सलाहकार आरके सिंह, आलोक नाथ आदि उपस्थित रहे।

आवेदकों ने निवेश मित्र से यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में भूखंड के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। इसमें ओसन कॉरपेट एंड फर्निसिंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, इंट्रीग्रेटेड बैट्रीज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और देव फार्मेसी शामिल हैं। प्रस्तुतीकरण देखने और साक्षात्कार के बाद दो कंपनियों को भूखंड आवंटित कर दिया गया। जबकि, देव फार्मेसी को भूखंड आवंटित नहीं किया गया है। देव फार्मेसी ने दो भूखंडों के लिए आवेदन किया था। दरअसल, देव फार्मेसी को पहले एक भूखंड दिया जा चुका है। प्राधिकरण का कहना है कि पहली इकाई शुरू करने के बाद आगे के आवंटन पर विचार किया जाएगा।

प्राधिकरण ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये ओसन कॉरपेट एंड फर्निसिंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और इंट्रीग्रेटेड बैट्रीज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को सेक्टर-33 में 5-5 हजार वर्ग मीटर जमीन आवंटित की है। ओसन कॉरपेट एंड फर्निसिंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने 11.36 करोड़ का निवेश करेगी। इससे 271 लोगों को रोजगार मिलेगा। जबकि, इंट्रीग्रेटेड बैट्रीज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड 16.10 करोड़ रुपए का निवेश करेगी। इससे 198 लोगों को रोजगार मिलेगा।

एक साल में 15 हजार करोड़ का निवेश मिला
यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण की इंटरनेशनल एयरपोर्ट परियोजना पर बहुत तेजी से काम कर रहा है। जिसका विकास प्राधिकरण को खासा लाभ मिल रहा है। अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले 1 वर्ष में प्राधिकरण ने 1500 भूखंडों का आवंटन किया है। जिनमें करीब 15,000 करोड रुपए का निवेश हुआ है। इन औद्योगिक परियोजनाओं से विकास प्राधिकरण क्षेत्र में ढाई लाख नए रोजगार ओं का सृजन होगा।

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