Tricity Today | हाथरस जा रहे पूर्व सांसद उदित राज को गाजियाबाद बॉर्डर पर रोका गया, धरने पर बैठे
इंडियन जस्टिस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सांसद उदित राज 10 गाड़ियों में सवार होकर समर्थकों के साथ हाथरस जा रहे थे। गाजियाबाद में दिल्ली बॉर्डर पर पुलिस ने उन्हें रोक लिया। इसके बाद उदित राज और उनके समर्थकों ने हंगामा किया। नारेबाजी की और धरने पर बैठ गए। करीब एक घंटे तक चले हंगामे के बाद पुलिस ने केवल 7 गाड़ियों को हाथरस जाने की इजाजत दी है। बाकी लोगों को उनके वाहनों के साथ वापस दिल्ली भेज दिया है।
धरने पर बैठे उदित राज ने कहा उत्तर प्रदेश में अपराधियों का राज है। दलितों का निशाना बनाकर शोषण किया जा रहा है। हाथरस में एक दलित युवती के साथ सामूहिक दुराचार किया गया। उसके बाद उसे मौत के घाट उतार दिया गया। इस मामले में उत्तर प्रदेश सरकार संवेदनशील रुख अख्तियार करने की बजाय न्याय की मांग कर रहे लोगों को लाठियों से पीट रही है।
उदित राज ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में दलितों का बुरा हाल है, कोई सुनवाई करने वाला नहीं है। दलितों के साथ घोर अन्याय किया जा रहा है। पिछले 1 सप्ताह के दौरान विपक्षी दलों ने न्याय की मांग की तो उन्हें लाठियों से पीटा गया है। हजारों की संख्या में विपक्षी नेताओं और कार्यकर्ताओं पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दिए हैं। पुलिस का काम विपक्ष को पीटना और आम आदमी पर अत्याचार करना रह गया है। अपराधियों को रोकने में उत्तर प्रदेश पुलिस नाकाम है।
करीब 1 घंटे तक हंगामा चलता रहा उदित राज हाथरस जाने पर अड़े रहे। अंततः गाजियाबाद के जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पुलिस अफसरों ने उदित राज को 7 कारों के साथ हाथरस जाने की इजाजत दी है। उनके साथ आए समर्थकों और बाकी वाहनों को वापस दिल्ली भेज दिया गया है।
उदित राज का कहना है कि वह हाथरस जाकर पीड़ित परिवार से मिलेंगे और परिवार को न्याय दिलाने के लिए वह संघर्ष करेंगे। आपको बता दें कि हाथरस में कथित गैंगरेप के बाद एक 19 वर्षीय दलित युवती की हत्या कर कर दी गई थी। जिसे लेकर पिछले 1 सप्ताह से मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल सड़कों पर हैं। राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और जयंत चौधरी पर लाठीचार्ज तक हुआ है। इस मामले की उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी है।
दूसरी ओर मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में मुख्यमंत्री ने हाथरस के एसपी डीएसपी और एसएचओ समेत पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड भी किया है। विपक्षी दल हाथरस के जिला अधिकारी को भी सस्पेंड करने की मांग कर रहे हैं। पूरे देशभर का मीडिया 1 सप्ताह से हाथरस कांड पर रिपोर्टिंग कर रहा है।