Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो
शराब की दुकानों पर मंगलवार को दूसरे दिन भी कोविड-19 के नियमों का उल्लघंन किया गया। सोशल डिस्टेंसिंग तो दूर शराब बेचने और खरीदने वाले अधिकांश लोगों के चहरों पर मास्क भी नहीं हैं। लिमिट तय होने के बाद भी अनलिमिटड शराब दी जा रही है। यह तब हुआ जब शराब की दुकानें खुलते ही आबकारी विभाग और पुलिस, दोनों की टीम शराब की दुकानों पर तैनात नजर आए।
देश की अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए आबाकारी दूसरे स्थान पर है। ऐसे में देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए देश में शराब की दुकानों को खोला गया। गौतमबुद्ध नगर में कुल 391 दुकानों को खोला गया। पहले दिन जहां 2.15 करोड़ रुपए की शराब खरीदी गई। वहीं, दूसरे दिन शाम तक करीब डेढ़ करोड़ के आसपास की शराब खरीदी जा चुकी थी।
सालारपुर और अगहापुर गांवों में पुलिस ने लाठियां भांजी
मंगलवार को सलारपुर और अगाहपुर में शराब खरीदने को लेकर झगड़े की सूचना मिली। मौके पर पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। इसके बाद वहां स्थिति शांत हुई। कोविड-19 की न तो कोई दवा है और न कोई वैक्सीन है। लोग इसकी गंभीरता को अब तक नहीं समझ सके। यही वजह है कि शराब की दुकानों पर लगातार दूसरे दिन भी सुबह से ही कतार लग गई। दुकानों से कुछ दूर तक तो गोल निशान बनाए गए हैं। इसके बाद वह भी नहीं दिखे। दो गज की दूरी का पालन यहा होता नहीं दिखा।
लोग एक दूसरे को छूते रहे। काफी मशक्कत के बाद जब दो गज की दूरी बनाई भी गई तो दुकान खुलते ही यह नियम भी नदारद हो गए। यही नहीं न तो खरीदने वाले ने मास्क पहना और न ही बेचने वाले ने। यह स्थिति तब है जब जनपद को रोड जोन में शामिल किया गया है। शहर की अधिकांश दुकानों पर पुराना स्टॉक समाप्त हो गया। कुछ जगह बुधवार तक खत्म हो जाएगा। नया स्टॉक भी आना शुरू हो गया है।
खाली हो गया पुराना स्टॉक, नया माल आना शुरू
दुकानों पर माल की कमी न हो इसका ध्यान तो दिया जा रहा है लेकिन नियमों का उल्लंघन न हो उसका पालन कराया जाए इसकी अनदेखी। दरअसल, जमाखोरी रोकने के लिए ही प्रदेश सरकार ने नियम लागू किया कि एक व्यक्ति दो बियरए एक व्हीस्की या दो अध्धे या चार पव्वे ही मिलेंगे। यहा मंगलवार को भी जमकर पेटिया बिकी कुछ आगे के रास्ते बिकी तो कुछ ज्यादा लेकर पीछे के रास्ते निकाली गई।