Google Image | Yamuna Expressway
जनपद के तीनों प्राधिकरण औद्योगिक हैं, लेकिन यहां पर ग्रुप हाउसिंग को प्राथमिकता दी गई। अब यमुना प्राधिकरण ने उद्योगों को प्राथमिकता पर ले लिया है। प्राधिकरण यमुना एक्सप्रेस वे के किनारे चार औद्योगिक शहर बसाएगा। पहले चरण में जेवर के पास जमीन का आवंटन चल रहा है। इन्हीं औद्योगिक शहरों को बसाने के लिए प्राधिकरण ने अपनी 2041 महायोजना में कुल जमीन का 40 प्रतिशत उद्योगों के लिए आरक्षित करने जा रहा है। ताकि औद्योगिक प्राधिकरण की परिकल्पना को साकार किया जा सके।
यमुना एक्सप्रेस वे के किनारे यमुना प्राधिकरण का क्षेत्र गौतमबुद्ध नगर से आगरा तक आता है। अपने क्षेत्र में प्राधिकरण औद्योगिक शहर बसाने की तैयारी की है। गौतमबुद्ध नगर से आगरा तक चार औद्योगिक शहर बसाए जाएंगे। करीब 32 हजार हेक्टेयर जमीन पर ये चारों शहर बसाए जाएंगे। यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बुधवार को शहर में आए औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना को इस योजना से अवगत कराया। सीईओ ने बताया कि उद्योगों के लिए 40 प्रतिशत जमीन आरक्षित करने की तैयारी है। महायोजना 2041 में इसे शामिल किया जा रहा है। पहले चरण के औद्योगिक शहर को यमुना प्राधिकरण जेवर आसपास के क्षेत्र बसाएगा। यहां पर इलेक्ट्रानिक्स सिटी, अपैरल पार्क, हैंडीक्राफ्ट पार्क, एमएसएमई पार्क, टॉय सिटी समेत तमाम कलस्टर बसाने की योजना चल रही है। यहां पर जमीन आवंटन भी शुरू हो गया है। अपैरल पार्क, हैंडीक्राफ्ट पार्क, एमएसएमई पार्क में 8150 करोड़ रुपये का निवेश होने की उम्मीद है। इसमें करीब 7 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। ट‘वाय सिटी में 80 यूनिट लगाने का प्रस्ताव मिला है। इसे 100 एकड़ में बसाने की तैयारी है। यहां पर 45 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। प्राधिकरण ने अप्रैल से जून तक 22 औद्योगिक भूखंडों का आवंटन किया है। इसमें करीब 1700 करोड़ रुपये का निवेश होगा। साथ ही 40 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा।
यहां बसेंगे शहर