Google Image | विकास दुबे
कानपुर में डीएसपी देवेंद्र मिश्रा समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या करके 6 दिनों से फरार घूम रहा विकास दुबे गिरफ्तार हो गया है। अब भले ही इस मामले में दांवपेच और सवालात खड़े होते रहें, लेकिन गौतम बुध नगर पुलिस ने तो राहत भरी सांस ली है। आज रात गौतम बुध नगर पुलिस के अफसर चैन की नींद सो सकेंगे। दरअसल, पिछले 6 दिनों से गौतम बुध नगर पुलिस हाई अलर्ट पर थी। कभी इनपुट मिल रहे थे कि विकास दुबे ग्रेटर नोएडा की जिला अदालत में सरेंडर कर सकता है, तो कभी जानकारी दी जा रही थी कि वह किसी न्यूज़ चैनल के स्टूडियो में प्रकट होगा।
यूपी एसटीएफ, उत्तर प्रदेश पुलिस और इंटेलिजेंस के इन इनपुट पर गौतम बुध नगर पुलिस लगातार भागदौड़ करती रही। पुलिस ग्रेटर नोएडा जिला अदालत को घेरकर पड़ी रही। इसी तरह नोएडा में फिल्म सिटी के चप्पे-चप्पे पर पुलिस की नजर थी। अदालत के सुबह शुरू होने से देर शाम बंद होने तक पुलिस हर गेट पर तैनात रहती थी। हर आने-जाने वाले की सघन तलाशी ली जाती थी। मास्क तक हटा कर पुलिस देख रही थी। जहां एक और कोरोना संक्रमण की दहशत के कारण पुलिस लोगों से दूरी बना कर रखे हुए थी, वहीं विकास दुबे के कारण लोगों के मास्क तक हटाकर देखने पड़े।
दूसरी ओर नोएडा फिल्म सिटी में हर न्यूज़ चैनल के बाहर पुलिस के दस-दस जवान तैनात किए गए थे। चैनल में आने-जाने वाले हर शख्स पर गौर से नजर रखी जा रही थी। फिल्म सिटी में कई-कई बार पुलिस तलाशी अभियान चलाती थी। ऑटो और मोटर साइकिल तक को भी पुलिस वाले जांच पड़ताल किए बिना आने-जाने नहीं दे रहे थे। इसी बीच गुरुवार की देर रात करीब 10:00 बजे किसी युवक ने पुलिस को कॉल करके बताया कि उसने विकास दुबे को ऑटो में अपने साथ बैठे देखा है। विकास दुबे ने उससे कॉल करने के लिए मोबाइल फोन मांगा था। इसके बाद तो गौतम बुध नगर पुलिस में हड़कंप मच गया था।
अब जब शुक्रवार की सुबह विकास दुबे ने उज्जैन में महाकाल के दर्शन किए और उसके बाद वह गिरफ्तार कर लिया गया है तो गौतम बुध नगर पुलिस ने राहत की सांस ली है। पुलिस के एक अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि ज्यादातर एसएचओ, एसीपी और डीसीपी पिछले तीन-चार दिनों से अच्छी तरह कोई सोया नहीं है। अब विकास दुबे गिरफ्तार हो गया है तो सबने राहत की सांस ली है।