Google Image | अमर दुबे
इलाहाबाद उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन के महासचिव प्रभा शंकर मिश्रा ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखा है। महासचिव ने अमर दुबे और उसके एक सहयोगी के एनकाउंटर के खिलाफ मुकदमा दायर करने के लिए लिखा है। मिश्रा ने 9 जुलाई को लिखे अपने पत्र में कहा कि यह घटना राज्य में कानून और संवैधानिक मशीनरी का टूटना है।
"अमर दुबे को हमीरपुर जिले में पुलिस ने गिरफ्तार किया था और एक कथित मुठभेड़ में मारा गया था। पुलिस ने कहा, उसका संबंध विकास दुबे से था। उसने 29 जून को शादी की थी। उसकी नवविवाहिता पत्नी, जिसकी कोई आपराधिक पृष्ठभूमि नहीं है। महासचिव की ओर से हिंदी में लिखे पत्र में यह भी कहा गया था कि उसकी शादी को लगभग 10 दिन ही हुए थे।
तीन दिन पहले उत्तर प्रदेश टास्क फोर्स (एसटीएफ) के साथ मुठभेड़ में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के एक करीबी सहयोगी अमर दुबे मारा गया था। महासचिव ने लिखा, "इसी तरह 50 से 100 अन्य लोगों को भी निर्दयतापूर्वक मार दिया गया और मुठभेड़ करार दिया गया। उन्हें जेल भेजा जा रहा है, उनके घर और वाहनों को नष्ट किया जा रहा है। ऐसा प्रतीत होता है जैसे राज्य में कानून और संवैधानिक मशीनरी नहीं है।"
मध्य प्रदेश के उज्जैन से कल गिरफ्तार किए गए विकास दुबे को उत्तर प्रदेश पुलिस ने आज सुबह मुठभेड़ में मार दिया है। वह कानपुर एनकाउंटर मामले का मुख्य आरोपी था। जिसमें उसने और उसके लोगों ने कथित तौर पर 2 जुलाई की रात को गिरफ्तार करने आई पुलिस टीम पर गोलियां चलाईं। मुठभेड़ में डीएसपी देवेंद्र मिश्रा सहित आठ पुलिसकर्मी मारे गए थे।