गाजियाबाद बनेगा स्मार्ट सिटी, मुख्यमंत्री ने योजना पर काम करने के लिए अफसरों को दिया आदेश, जानिए क्या करना चाहती है सरकार

गाजियाबाद बनेगा स्मार्ट सिटी, मुख्यमंत्री ने योजना पर काम करने के लिए अफसरों को दिया आदेश, जानिए क्या करना चाहती है सरकार

गाजियाबाद बनेगा स्मार्ट सिटी, मुख्यमंत्री ने योजना पर काम करने के लिए अफसरों को दिया आदेश, जानिए क्या करना चाहती है सरकार

Tricity Today | गाजियाबाद बनेगा स्मार्ट सिटी, मुख्यमंत्री ने योजना पर काम करने के लिए अफसरों को दिया आदेश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार की शाम 06:00 बजे से देर रात करीब 10:00 बजे तक मेरठ मंडल के तमाम पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ समीक्षा बैठक की है। इस आनलाइन समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने विकास की गति को और तेज किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि परियोजनाओं और विकास कार्यों को समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण ढंग से मानकों के अनुसार पूर्ण किया जाए। निर्धारित अवधि में कार्य के पूर्ण होने पर लागत में कमी आती है और जनता को विकास योजनाओं का समय से लाभ मिलता है। 

समीक्षा बैठक के दौरान गाजियाबाद के जिलाधिकारी अजय शंकर पाण्डेय द्वारा जनपद गाजियाबाद में संचालित विकास कार्यक्रम और योजनाओं की जानकारी योगी आदित्यनाथ को दी है। अजय शंकर पाण्डेय ने मुख्यमंत्री को जानकारी दी कि जनपद गाजियाबाद में कानून व्यवस्था और विकास कार्यों के मूल्यांकन और अनुश्रवण कार्यों के अन्तर्गत जनपद गाजियाबाद मार्च-2020 तक की प्रगति के आधार पर प्रदेश में चैथे स्थान पर एवं मण्डल में प्रथम स्थान पर रहा है। रूपये 50 करोड से अधिक लागत की कुल 3 परियोजनायें जिनकी स्वीकृत लागत पये 298.600 करोड है। जिनमें से 02 परियोजनायें पूर्ण और 01 परियोजना का कार्य प्रगति पर है। 10 करोड रूपये से 50 करोड लागत तक की कुल 6 परियोजनायें जिनकी स्वीकृत लागत रूपये 157.76 करोड है। जिनमें से 05 परियोजनायें माह-दिसम्बर 2020 तक पूर्ण कर ली जायेंगी और 01 परियोजना माह मार्च-2022 तक पूर्ण किया जाना सम्भावित है। 

नई सड़कों के निर्माण और चैड़ीकरण के अन्तर्गत कुल 04 सडक (लम्बाई 4.56 किमी0) लागत रूपये 2.49 करोड़ के सापेक्ष रूपये 1.95 करोड अवमुक्त हुई है। 02 कार्य पूर्ण हो गये हैं, 02 कार्य प्रगति पर हैं। सड़कों के सुदृढ़ीकरण के अन्तर्गत लोक निर्माण विभाग के 02 सडक (लम्बाई 12.95 किमी0) लागत रूपये 87.09 करोड़ के सापेक्ष रूपये 65.09 करोड अवमुक्त हुई है। 01 कार्य पूर्ण हो गया है तथा 01 कार्य प्रगति पर है। ओडीआर, एमडीआर और राज्य मार्गों के अनुरक्षण के अन्तर्गत लोक निर्माण विभाग के 28 सडक (लम्बाई 106.43 किमी0) लागत रूपये 35.41 करोड़ के सापेक्ष रूपये 34.61 करोड अवमुक्त हुई है। स्वीकृत कार्यों के सापेक्ष 12 कार्य पूर्ण हो गये हैं, अवशेष 16 कार्य प्रगति पर हैं जो दिसम्बर, 2020 तक पूर्ण कर लिये जायेगें। 

जल जीवन मिशन कार्यक्रम के अन्तर्गत घर-घर नल योजना में वित्तीय वर्ष 2020-21 में 02 नग नई पाईप पेयजल योजनायें तथा 11 नग पूर्व से निर्मित पाईप पेयजल योजनाओं में रेट्रोफिटिंग के कार्य निर्माणाधीन हैं। जिनके माध्यम से कुल 5240 नग पेयजल गृह संयोजन दिये जाने हैं। वित्तीय वर्ष 2020-21 में कुल रूपये 14.09 करोड आवंटित हैं। विधान मण्डल क्षेत्र विकास निधि योजनान्तर्गत 05 मा0 विधायकगण एवं 06 विधान परिषद सदस्यगण तथा 01 आंशिक विधान सभा क्षेत्र को सम्मिलित करते हुए उपलब्ध धनराशि रूपये 2155.10 लाख से 73 कार्यों हेतु रूपये 1227.53 लाख की धनराशि स्वीकृत की गयी है। सभी कार्य प्रगति पर हैं। जनपद में रूपये 927.58 लाख की धनराशि अवशेष हैं। सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना के अन्तर्गत मा0 सांसदगणों की निधि में रूपये 757.70 लाख की उपलब्ध धनराशि के सापेक्ष 33 कार्यो पर रू0 570.11 लाख की धनराशि स्वीकृत की गयी है। जनपद में रूपये 187.59 लाख की धनराशि अवशेष है।

मनरेगा योजना के अन्तर्गत लेबर बजट शून्य होने के कारण तथा मजदूरों के द्वारा रोजगार की मांग नही करने के कारण प्रगति शून्य है। कर-करेत्तर एवं राजस्व संग्रह के अन्तर्गत माह अगस्त-2020 तक क्रमिक लक्ष्य रूपये 7191.40 करोड रूपये के सापेक्ष रूपये 4278.38 करोड राजस्व संग्रह प्राप्त हआ है, जो लक्ष्य का 59.44 प्रतिशत है। जनपद की 161 ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालयों का निर्माण किया जा रहा है। लक्ष्य 161 के सापेक्ष 51 सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। अवशेष 110 सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। स्वच्छ भारत मिशन(नगरीय) के अन्तर्गत 9 नगर निकायों के 286 वार्डों के सापेक्ष 286 वार्डों को ओडीएफ घोषित किया गया है। नगर निगम, गाजियाबाद द्वारा रूपये 39.70 करोड की लागत से नेहरू नगर ऑडिटोरियम, सिटीजन क्लब, स्वीमिंग पूल, कार पार्किंग का निर्माण कार्य कराया जाना प्रस्तावित है।नगर निगम, गाजियाबाद द्वारा अवस्थापना निधि और 14वां वित आयोग के अन्तर्गत रूपये 122.25 करोड की लागत से 138 कार्यों में से 07 कार्य पूर्ण कर लिये गये हैं। अवशेष कार्य दिसम्बर-2020 तक पूर्ण किया जाना प्रस्तावित है। 

जनपद गाजियाबाद में उर्वरक यूरिया, डीएपी, एनपीके, एमओपी आदि की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध है तथा लक्ष्य के सापेक्ष शत-प्रतिशत वितरण किया गया है। मेरठ रोड से आउटर रिंग रोड तक 3.50 कि0मी0 नार्दन पेरीफेरल रोड तथा आउटर रिंग रोड से अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम होते हुए बन्धा रोड तक 6.26 कि0मी0, 45 मीटर चैडी, 4 लेन सड़क का निर्माण किया जा रहा है जिसकी लागत रूपये 242.47 करोड़ है। प्रथम चरण में 4 लेन सड़क के निर्माण पर रूपये 66.02 करोड़ का व्यय होना प्रस्तावित है। कार्य पर रूपये 4.73 करोड का व्यय एवं लगभग 17.76 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। बुनकर समुदाय के कल्याण हेतु गाजियाबाद विकास प्राधिकरण द्वारा मधुबन-बापूधाम योजना में 38340 वर्ग मीटर भूमि पर बुनकर मार्ट-कम-कल्चरल सेन्टर का निर्माण कराया जा रहा है, जिसकी लागत रूपये 152.56 करोड़ है। 

मधुबन बापूधाम योजना के अन्तर्गत एनएच-58 से एनएच-9 को लिंक करने हेतु 4 लेन आरओबी के निर्माण कार्य हेतु दोनों ओर आरई वॉल आदि का निर्माण उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम और रेलवे लाईन के ऊपर आरओबी का निर्माण रेलवे विभाग द्वारा कराया जाना है। जिसकी कुल लम्बाई 751.33 मीटर है। जिसकी लागत रूपये 61.70 करोड़ है। गौवंशों के आश्रय हेतु नगर निगम की 14000 वर्ग मीटर भूमि पर गौशाला का निर्माण कराया जा रहा है, जिसकी लागत रूपये 636.46 लाख है। 

जनपद में प्रशासन के प्रयासों से कोविड-19 में प्रधानमंत्री फण्ड में रूपये 18.64 लाख और मुख्यमंत्री फण्ड में रूपये 23.90 लाख और जिला आपदा प्रबन्ध प्राधिकरण, गाजियाबाद फण्ड में 25.76 लाख रूपये, उत्तर प्रदेश कोविड केयर फण्ड में रूपये 19.93 लाख की धनराशि जमा करायी गयी है। कुल रूपये 88.23 लाख की धनराशि जमा करायी गयी है। इस अवसर पर स्वस्थ राज्यमंत्री गाजियाबाद अतुल गर्ग, विधायक लोनी नन्द किशोर गुजर्र, विधायक साहिबाबाद सुनील शर्मा, विधायक मुरादनगर अजीत पाल त्यागी, मुख्य विकास अधिकारी अस्मिता लाल समेत काफी अधिकारी उपस्थित रहें है।

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.