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दिल्ली-एनसीआर के लोगों के लिए अच्छी खबर है। गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस से 8 अक्टूबर को उड़ान रफेल जगुआर और तेजस के साथ उड़ान भरेगा। नव-प्रवर्तित राफेल लड़ाकू विमान इस वर्ष वायुसेना दिवस परेड के दौरान सुखोई-30 एमकेआई, एलसीए तेजस लड़ाकू विमान और जगुआर के साथ 'विजय' और फिर 'ट्रांसफार्मर' फॉर्मेशन में में उड़ान भरेगा। सोमवार को भारतीय वायु सेना प्रमुख एयर मार्शल आरकेएस भदौरिया ने यह जानकारी दी है।
एयर मार्शल आरकेएस भदौरिया ने एक पत्रकार वार्ता में कहा, रफेल का एकीकरण हमें पहले और गहरे हमले की क्षमता प्रदान करेगा। भारतीय वायु सेना चीन और पकिस्तान के खिलाफ युद्ध सहित किसी भी संभावित संघर्ष के लिए तैयार है। एक विश्वसनीय तैयार लड़ाकू बल के रूप में हमारी स्थिति महत्वपूर्ण है, जिसे देखते हुए वायु सेना भविष्य में जीत सुनिश्चित करने के लिए आत्मविश्वास में है।
आरकेएस भदौरिया ने कहा, भारतीय वायुसेना तेज गति से बदल रही है। देश के सामने जो कठिनाइयों के हैं, वे जटिल हैं। उभरती चुनौतियों के साथ भारतीय वायुसेना की क्षमताओं को मजबूत किया गया है। वायुसेना में राफेल के शामिल होने से हमें बल मिला है। हमारी क्षमताओं ने हमारे विरोधियों को चौंकाया है। हमने राफल्स, चिनूक, अपाचे का परिचालन किया है और उन्हें रिकॉर्ड समय में संचालन की हमारी अवधारणा के साथ एकीकृत किया है। अगले 3 साल में हम राफेल और एलसीए मार्क-1 और स्क्वाड्रन को पूरी ताकत के साथ चालू करेंगे। साथ ही अतिरिक्त मिग-29 को वर्तमान बेड़े के अलावा ऑर्डर किया जाएगा।
आरकेएस भदौरिया ने कहा, मैं आपके साथ विश्वास के साथ साझा कर सकता हूं कि हमारे पड़ोस में उभरते परिदृश्य में युद्ध के पूरे क्षेत्र में लड़ने के लिए एक मजबूत क्षमता होने की आवश्यकता है।