Google Image | आप नेता संजय सिंह
आम आदमी पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने गाजियाबाद के पत्रकार विक्रम जोशी पर जानलेवा हमले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। आरोप लगाया कि पुलिस की मिलीभगत के चलते यह वारदात हुई है। घटना से कुछ घंटे पहले पुलिस को फोन करने के बावजूद सुरक्षा नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जंगलराज है। सरकार का इस ओर ध्यान नहीं है।
गाजियाबाद के यशोदा में भर्ती पत्रकार को देखने के बाद मीडिया से बात करते हुए संजय सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार कानून और कोरोना दोनों मामलों में फेल हो गई है। पत्रकार के तीन दिन पहले शिकायत करने और घटना से कुछ घंटे पहले पुलिस को फोन करने के बावजूद सुरक्षा नहीं दी गई। इससे प्रतीत होता है कि यह सब पुलिस की मिलीभगत से हुआ है। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की जांच के लिए उच्च स्तरीय समिति गठित की जाए। ताकि अपराधियों और पुलिस के बीच सांठगांठ का पता चल सके।
उन्होंने कहा कि पुलिस की वर्दी में जो लोग अपराधियों की तरह काम कर रहे हैं, उन पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। सांसद ने कहा कि अपह्रत व्यापारी विक्रम त्यागी का भी अभी तक सुराग नहीं लगा है। यह पुलिस की कार्यप्रणाली और प्रदेश की कानून व्यवस्था पर बड़ा सवाल है।
संजय सिंह ने उत्तर प्रदेश सरकार के कोरोना मॉडल की आलोचना की। कहा कि अब उत्तर प्रदेश में होम आइसोलेशन की अनुमति दी जा रही है। जबकि हम लंबे समय से इसकी मांग कर रहे थे। आप नेता ने कहा कि पड़ोस के दिल्ली मॉडल कि आज देश और दुनिया में तारीफ हो रही है। उत्तर प्रदेश सरकार को भी टेस्टिंग की संख्या बढ़ानी चाहिए।