Google Image | प्रतीकात्मक तस्वीर
ग्रेटर नोएडा में दनकौर कोतवाली के एक गांव से बड़ा सनसनीखेज मामला सामने आया है। गांव से एक किशोरी करीब डेढ़ वर्ष पूर्व गायब हो गई थी। परिवार ने मामले में एफआईआर दर्ज करवाई। पुलिस ने लड़की को बरामद करने की भरसक कोशिश की। अब लड़की करीब डेढ़ साल बाद बरामद हुई है। किशोरी को गांव की एक मस्जिद का मौलवी ही बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया था। पुलिस ने मौलवी को गिरफ्तार कर लड़की को बरामद कर लिया है। युवती 9 माह की गर्भवती है। पुलिस ने उसे मेडिकल परीक्षण और मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान के लिए भेज दिया है।
दनकौर कोतवाली के एक गांव की निवासी 14 वर्षीय युवती जून 2019 में गायब हो गई थी। लड़की के पिता ने दनकौर कोतवाली में अज्ञात लोगों के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस काफी दिनों से किशोरी की तलाश कर रही थी। लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा था। गांव के लोगों से पुलिस को जानकारी मिली कि गायब किशोरी को गांव की मस्जिद का मौलवी एक युवक बहला-फुसलाकर ले गया था। वह बिहार का रहने वाला है। बाद में मौलवी ने उस किशोरी से निकाह कर लिया। अब किशोरी गर्भवती हो गई है। मौलवी काफी दिनों से किशोरी के साथ बुलंदशहर के गुलावठी कस्बे में रह रहा है।
पुलिस को जानकारी हुई तो पुलिस ने मौलवी को गिरफ्तार कर किशोरी को बरामद कर लिया। मंगलवार को पुलिस किशोरी को बरामद कर दनकौर कोतवाली ले आई। किशोरी के परिजनों को भी पुलिस ने बुलाया। कोतवाली पुलिस को किशोरी के परिजनों ने अब कोई पुलिस कार्रवाई नहीं करने का लिखित पत्र दिया है। परिजनों ने पुलिस को यह भी लिख कर दिया है कि उन्होंने लड़की को नाबालिग बताकर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उनकी लड़की बालिग है। पुलिस ने किशोरी को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया है। बरामद किशोरी मस्जिद के मौलवी से शादी और गर्भवती होने के बाद मौलवी के साथ ही रहना चाहती है। अब उसके परिजन भी इसका विरोध नहीं कर रहे हैं। परिजनों का कहना है कि वह किशोरी को अपने घर नहीं रखेंगे। क्योंकि उनकी बदनामी हुई है। किशोरी मस्जिद के मौलवी के साथ ही रहना चाहती है।
किशोरी के परिजनों को मौलवी के साथ रहने में कोई आपत्ति नहीं है। वह अब पुलिस की कार्रवाई भी नहीं चाहते हैं। इस संबंध में दनकौर पुलिस का कहना है कि मजिस्ट्रेट के सामने युवती द्वारा बयान देने और मजिस्ट्रेट के आदेश के बाद के निर्णय का पालन किया जाएगा। लड़की बालिग है या नाबालिग, यह मेडिकल जांच के बाद पता चल पाएगा। लड़की 9 महीने की गर्भवती है और उसका कभी भी प्रसव हो सकता है। लड़की को पुलिस ने कानूनी प्रक्रिया पूरी होने तक परिजनों के साथ रखा है। दूसरी ओर मौलवी को हिरासत में रखा गया है। यह घटना पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है।