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Hathras Gangrape Case : उत्तर प्रदेश के हाथरस में 19 वर्षीय दलित लड़की से कथित सामूहिक दुष्कर्म और मौत के मामले में प्रधानमंत्री Narendra Modi ने बुधवार को मुख्यमंत्री Yogi Adityanath से बात की। मामले में दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई के निर्देश दिए। UP Chief Minister कार्यालय ने यह जानकारी दी है। हाथरस जिले में गत 14 सितम्बर को कथित रूप से सामूहिक बलात्कार और गला दबाये जाने की घटना की शिकार हुई 19 वर्षीय दलित लड़की ने मंगलवार सुबह Delhi Safdarjang Hospital में दम तोड़ दिया था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सामूहिक बलात्कार मामले की जांच के लिये तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया। एसआईटी को सात दिन में रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए गए हैं। साथ ही मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में किए जाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर जानकारी दी कि हाथरस मामले में प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की है। ट्वीट में कहा गया, ''आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने हाथरस की घटना पर वार्ता की है और कहा है कि दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाए।''
इससे पहले कथित सामूहिक बलात्कार और पीड़िता की मौत के मामले में मुख्यमंत्री योगी ने उप्र शासन के गृह सचिव भगवान स्वरूप की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय विशेष जांच दल के गठन के आदेश दिए। एसआईटी अपनी रिपोर्ट सात दिन में पेश करेगी। मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर कहा, ''मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा हाथरस की घटना की जांच हेतु तीन सदस्यीय एसआईटी गठित की गई है। जिसके अध्यक्ष सचिव (गृह) भगवान स्वरूप, पुलिस उप महानिरीक्षक चंद्रप्रकाश और पीएसी आगरा की कमांडेंट पूनम सदस्य होंगे। एसआईटी अपनी रिपोर्ट सात दिन में पेश करेगी।''
मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा किये गये एक अन्य ट्वीट में कहा गया कि ''मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस की घटना के लिये दोषी व्यक्तियों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने और प्रभावी पैरवी करने के स्पष्ट निर्देश दिये है।'' इस बीच, लड़की के शव के अंतिम संस्कार से जुड़े विवाद के बारे में पूछे जाने पर पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा , ''यह सहमति से किया गया और परिवार के सदस्यों की मौजूदगी में किया गया। उन्होंने कहा, ''सच्चाई यह यह है कि परिवार इसलिये सहमत हुआ कि शव सड़ने गलने लगा था। उन्होंने कहा कि लड़की की पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। उन्होंने यह भी कहा कि लड़की की जुबान नहीं कटी थी।
हालांकि, लड़की के परिजनों का आरोप है कि अंतिम संस्कार के लिये उनकी सहमति नही ली गयी । लड़की के भाई ने 'पीटीआई-भाषा' से कहा कि ''पुलिस जबरन शव को ले गयी।'' पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर के मुताबिक लड़की ने बलात्कार की वारदात के बारे में पुलिस को पहले कुछ नहीं बताया था। मगर बाद में मजिस्ट्रेट को दिए गए बयान में उसने आरोप लगाया कि संदीप, रामू, लव कुश और रवि नामक युवकों ने उसे अपनी हवस का शिकार बनाया था। विरोध करने पर जान से मारने की कोशिश करते हुए उसका गला दबाया था।