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देश की राजधानी दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार है। केजरीवाल सरकार ने दिल्ली की जनता को काफी सहूलियत प्रदान की है। जिसका अब लोग गलत फायदा भी उठा रहे है। इसलिए दिल्ली सरकार ने रविवार को नए नियम निकाले है। अब दिल्ली में पीने का पानी बर्बाद करने पर सरकार सख्त हो गई है। अब अगर कोई भी व्यक्ति दिल्ली में पीने का पानी बर्बाद करता मिला तो, उसपर 2000 रुपये का जुर्माना भरना पड़ सकता है। दिल्ली के बाद अब नोएडा और ग्रेटर नोएडा के निवासी की यही मांग कर रहे है। लोगों का कहना है कि जिले के ग्रामीण इलाकों के लोग रोजाना कई हजार लीटर पानी ऐसे ही बर्बाद कर देते है। ग्रेटर नोएडा और नोएडा प्राधिकरण को भी शिकायत नंबर जारी करना चाहिए। जिसपर पीने का पानी को बर्बाद करने वाले व्यक्ति की शिकायत की जा सके।
शनिवार को दिल्ली में दिल्ली जल बोर्ड, राजस्व विभाग और सतर्कता विभाग के अधिकारी ने एक महत्वपूर्ण बैठक की है। जिससे पानी संबंधी समस्यओं के बारे मे बातचीत की गई है। लगातार शिकायत आ रही थी कि कुछ लोग दिल्ली में पीने का पानी को बर्बाद कर रहे है। इनकी शिकायत पडोसी ही दे रहे है। जिसके बाद दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों ने महत्वपूर्ण कदम उठाए है।
दिल्ली जल बोर्ड ने आदेश जारी किया है कि अगर अब काई भी व्यक्ति पीने का पानी की बर्बादी करता पाया गया तो उसपर 2000 रुपये का जुर्माना लगाया जायेगा। इतना ही नही अगर व्यक्ति फिर भी नही माना तो प्रतिदिन 500 रुपये का जुर्माना वसूला जाएगा। इसके लिए दिल्ली जल बोर्ड ने शिकायत नंबर जारी किया है। अगर दिल्ली में कोई भी व्यक्ति पीने का पानी बर्बाद करते हुए पाया गया तो 1916 पर शिकायत दर्ज करवा सकते है।
अभी ग्रेटर नोएडा और नोएडा के ग्रामीण इलाकों के पानी की कोई भारी समस्या नहीं है। लेकिन गौतम बुद्ध नगर काफी तेजी से विकास की गति पर है। आने वाले कुछ सालों में जिले के ग्रामीण इलाकों के अगर इस तरीके के पानी की बर्बादी की जाती रही तो, लोगों को पानी पीने के लिए भी कीमत चुकानी पड़ेगी। पर्यावरण प्रेमी इसी तरह की कार्रवाई की मांग की है।