Tricity Today | Inspector Naveen Parashar
कोरोना के खिलाफ जंग में सदर थाना प्रभारी निरीक्षक नवीन पराशर का योगदान दूसरों के लिए सीख है। वह एक माह से अपने घर नहीं गए हैं और 24 घंटे ड्यूटी कर रहे हैं, ताकि सभी लोग सुरक्षित रहें। इसके अलावा उन्होंने अपने दो माह का वेतन भी मुख्यमंत्री राहत कोष में दान देकर एक बड़ी मिसाल पेश की है। उनका दो माह का वेतन 1.11 लाख रुपये बनता है। आज पुलिस विभाग में हर कोई इनकी तारीफ कर रहा है।
कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए किए गए लॉकडाउन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सभी लोगों से कोरोना राहत कोष में दान देने की अपील की है। इसके बाद से लोग दान देने के लिए आगे आ रहे हैं। इस लिस्ट में अब इंस्पेक्टर नवीन पराशर का नाम भी जुड़ गया है।
इंस्पेक्टर नवीन पराशर एक माह से अपने घर नहीं गए। वह 24 घंटे ड्यूटी कर रहे हैं। इस दौरान वह लॉकडाउन में लोगों को सुरक्षित रहने के लिए जागरूक भी कर रहे। उन्होंने संक्रमित जोन घोषित किए गए सेक्टर-39 को सील करने में अहम भूमिका निभाई। इस इलाके में उन्होंने लॉकडाउन का उल्लघंन नहीं होने दिया। हर समय पुलिसकर्मी तैनात हैं।
नवीन पराशर ने बताया कि वह पहले कभी इतने दिनों तक परिवार से दूर नहीं रहे। उनका परिवार फरीदाबाद में रहता है। उनको सभी की याद आती है, लेकिन परिवार से पहले लोगों की सुरक्षा भी करनी है। वह रोजाना परिवार से वीडियो कॉल पर बात करते हैं, ताकि परिवार को यह न लगे कि वह दूर हैं। परिवार को डर भी सताता है। बेटा जल्द से जल्द घर आने के लिए कहता है।
रोजाना गश्त के दौरान जब भी वह थाने से बाहर निकलते हैं तो अपने साथ खाना भी लेकर चलते हैं। रास्ते में जहां कहीं भी उन्हें भूखे लोग मिलते हैं, तो उनको खाना दे देते हैं। इसके अलावा गाय और कुत्तों के लिए भी गाड़ी में खाने का सामान लेकर चलते हैं। वह थाने में तैनात 200 पुलिस कर्मियों से रोजाना उनके स्वास्थ्य के बारे में भी पूछते हैं। वह हर हफ्ते सभी पुलिसकर्मियों की स्वास्थ्य जांच भी करवाते हैं।