Tricity Today | Jewar Airport News
जेवर एयरपोर्ट को जमीन देने वाले किसान परिवारों के लिए बड़ी खबर है। अब इनके पुनर्वास के लिए यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण को सौंप दी है। आपको बता दें कि एयरपोर्ट की विकासकर्ता कंपनी से अनुबंध होने के एक साल भीतर परियोजना के प्रभावित परिवारों को एक साल के भीतर दूसरी जगह शिफ्ट करना होगा। परियोजना की जद में आए परिवारों को जेवर बांगर में बसाने के लिए 48 हेक्टेयर से अधिक जमीन का अधिग्रहण हो चुका है। सरकार ने शिफ्टिंग के लिए यमुना प्राधिकरण को नोडल एजेंसी बनाया गया है। अब बसाने का काम यमुना प्राधिकरण करेगा।
जेवर एयरपोर्ट को स्विटजरलैंड की कंपनी ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट एजी बनाएगी। इसका अनुबंध सात अक्टूबर को होगा। इस परियोजना का पहला चरण 1334 हेक्टेयर में मूर्त रूप लेगा। इस परियोजना सैकड़ों परिवार आ गए हैं। इन परिवारों को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा। अनुबंध होने के एक साल भीतर इन परिवारों को दूसरी जगह बसाया जाना है। प्रशासन ने इन परिवारों को जेवर बांगर में बसाने की तैयारी की है। यहां पर 48 हेक्टेयर से अधिक जमीन का अधिग्रहण पूरा हो चुका है। एडीएम एलए बलराम सिंह के मुताबिक, जेवर बांगर का जमीन अधिग्रहण पूरा हो चुका है। जेवर एयरपोर्ट परियोजना के 3627 परिवारों को यहां पर शिफ्ट किया जाना है। इसके लिए जमीन का अधिग्रहण हुआ है। किस परिवार को कितना बड़ा भूखंड मिलेगा, इसका आकलन किया जा रहा है।
परियोजना के लिए दोबारा सर्वे हुआ पूरा
जिला प्रशासन ने प्रभावित परिवारों का सर्वे कर लिया था। पहले सर्वे में यह देखा गया था कि किस परिवार को कितनी जगह में घर बना हुआ है। उसी के हिसाब से उसे भूखंड दिया जाएगा। सरकार ने इसमें संशोधन किया। सरकार ने कहा कि घर के साथ अहाते को भी जोड़ा जाए। इसके बाद प्रशासन ने दोबारा सर्वे किया। एडीएम एलए के मुताबिक, सर्वे पूरा हो गया है। अब यह आकलन किया जा रहा है कि किस परिवार को कितना बड़ा भूखंड मिलेगा।
शहरों जैसी सुविधाएं मिलेंगी प्रभावित परिवारों को
एयरपोर्ट परियोजना के प्रभावित परिवारों को बसाने के लिए सरकार ने यमुना प्राधिकरण को नोडल एजेंसी नियुक्त किया है। अब परिवारों को जेवर बांगर में शिफ्ट करने का काम यमुना प्राधिकरण करेगा। प्राधिकरण यहां पर शहरों जैसी सारी सुविधाएं देगा। सीवर, ड्रेनेज, पानी, लाइट, सड़क आदि का काम प्राधिकरण करेगा। इसके अलावा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक केंद्र, विद्यालय, बिजलीघर, पानी की टंकी जैसी जरूरी सुविधाएं भी मुहैया कराई जाएंगी। प्राधिकरण के अफसरों का कहना है कि यह काम 6 ये 7 महीने में पूरा हो जाएगा।
इस बारे में यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ.अरुणवीर सिंह ने कहा, एयरपोर्ट परियोजना के प्रभावित परिवारों की शिफ्टिंग के लिए शासन ने यमुना प्राधिकरण को नोडल एजेंसी बनाया है। प्राधिकरण इस काम को 7-8 महीने में पूरा कर लेगा।