गौतमबुद्ध नगर से गुजर रहे हजारों मजदूरों के लिए जेवर विधायक और डीएम ने मिलकर जो काम किया उसकी क्या तारीफ की जाए

गौतमबुद्ध नगर से गुजर रहे हजारों मजदूरों के लिए जेवर विधायक और डीएम ने मिलकर जो काम किया उसकी क्या तारीफ की जाए

गौतमबुद्ध नगर से गुजर रहे हजारों मजदूरों के लिए जेवर विधायक और डीएम ने मिलकर जो काम किया उसकी क्या तारीफ की जाए

Tricity Today | Dhirendra Singh and Suhas LY

धीरेन्द्र सिंह ने अपने विधानसभा क्षेत्र में गांवों में अपील की। जिसके बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण मजदूरों की सेवा में जुट गए हैं।gangaसीमावर्ती गांवों में ग्रामीणों से कहकर प्रवासियों के भोजन की व्यवस्था की है। मजदूरों की सूची बनाकर ग्रामीणों से मंगवाई जा रही हैं।gangaजिलाधिकारी से बिहार और झारखंड के लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए मदद ली है। शाम को एक स्पेशल ट्रेन के माध्यम से उन लोगों को उनके घर तक भिजवाने का आश्वासन दिया है।

जनप्रतिनिधि और नौकरशाहों के बीच अक्सर तकरार ही सुनने को मिलती है। लेकिन अगर ये दोनों स्तंभ मिलकर तारतम्य के साथ काम करने लगें तो क्या नहीं कर सकते? ऐसा ही लाजवाब उदाहरण गौतमबुद्ध नगर में मौजूदा जिलाधिकारी सुहास एलवाई और जेवर विधानसभा क्षेत्र के विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह ने पेश किया है।

हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश तक से हजारों की संख्या में मजदूर पैदल अपने घर वापस लौट रहे हैं। पिछले दो-तीन दिनों से फिर दोबारा यह सिलसिला शुरू हुआ है। गौतमबुद्ध नगर में विभिन्न मार्गों से होकर यह मजदूर गुजर रहे हैं। हरियाणा के गुड़गांव, फरीदाबाद रेवाड़ी, भिवाड़ी, झज्जर, पलवल और चरखी दादरी से मजदूर यूपी के बरेली, पीलीभीत, बदायूं, मुरादाबाद और लखीमपुर खीरी तक जा रहे हैं। जेवर विधानसभा क्षेत्र से गुजर रहे मजदूरों की मदद के लिए विधायक धीरेन्द्र सिंह और गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी ने इन परेशान मजदूरों की बड़ी मदद की है।

इसी तरह हरियाणा, पंजाब और दिल्ली से बड़ी संख्या में मजदूर मुरादाबाद, बदायूं, अलीगढ़, एटा, इटावा, मैनपुरी, झांसी, जालौन, औरैया, कानपुर और ललितपुर तक सफर कर रहे हैं। मजदूरों के जत्थे महिलाओं और छोटे-छोटे बच्चों के साथ निकल रहे हैं। इन लोगों ने साइकिल पर अपना सामान बांध रखा है। टायर पंक्चर लगाने के लिए और हवा भरने के लिए पंप और दूसरा सामान भी साथ लेकर चल रहे हैं।

रेवाड़ी से 3 दिन पहले चले मजदूरों के ऐसे ही एक जत्थे ने रबूपुरा क्षेत्र में डेरा डाला। इन लोगों ने बताया कि तीन दिनों का सफर करके यहां तक पहुंचे हैं। अभी करीब 1 सप्ताह अपने घर लखीमपुर खीरी तक पहुंचने में लगेगा। इन लोगों ने बताया कि रास्ते में जगह-जगह पुलिस रोकती है। वापस भगा देती है। यह लोग फिर खेतों और जंगल के रास्ते को पकड़कर आगे बढ़ लेते हैं। खाने-पीने का कोई खास इंतजाम नहीं है। रास्ते में पड़ने वाली दुकानों से सब्जी और आटा खरीद कर सड़क किनारे कहीं भी रात को रुकते हैं। ईटों का चूल्हा बनाकर जो मिलता है खा लेते हैं। 

दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने औरैया में हुए भीषण हादसे के बाद शनिवार को पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को आदेश दिया है कि मजदूरों को पैदल सड़कों पर नहीं चलने दिया जाए। इन लोगों के लिए जिलों से बसों की व्यवस्था की जाए। यह आदेश आने के बाद मजदूरों को जहां-तहां पुलिस ने रोककर बैठा रखा है। ग्रेटर नोएडा में ऐसे ही हजारों की संख्या में मजदूर पुलिस ने रोके हुए हैं। इन लोगों के लिए बसों के इंतजाम किए जा रहे हैं। इसके बावजूद बड़ी संख्या में मजदूर पैदल ही ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे, यमुना एक्सप्रेस वे और नेशनल हाईवे 91 से होकर गुजर रहे हैं।

दूसरी ओर जेवर के विधायक धीरेन्द्र सिंह ने प्रवासी मजदूरों की मदद का अच्छा तरीका निकाला है। धीरेन्द्र सिंह ने अपने विधानसभा क्षेत्र में गांवों में अपील की। जिसके बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण मजदूरों की सेवा में जुट गए हैं। धीरेन्द्र सिंह ने कहा, "विगत कई दिनों से देश के विभिन्न प्रांतों से मजदूर हरियाणा बॉर्डर को क्रॉस कर उत्तर प्रदेश की सीमा में आ रहे हैं। ये लोग पैदल रास्तों से चलकर अपने गंतव्य तक जा रहे हैं। जिसमें आए दिन दुर्घटनाओं की वजह से कई मजदूरों की मौत भी हो चुकी हैं। प्रवासियों को कोई दिक्कत न हो, इसलिए मैंने अपनी विधानसभा के सभी सीमावर्ती गांवों में ग्रामीणों से कहकर प्रवासियों के भोजन की व्यवस्था की है। मजदूरों की सूची बनाकर ग्रामीणों से मंगवाई जा रही हैं। जब लोग खाना खा लेते हैं और स्नान आदि से निवृत हो जाते हैं, तब उन्हें बसों के माध्यम से उनके गंतव्य तक पहुंचाया जा रहा है।"

धीरेन्द्र सिंह ने बताया कि रविवार को ग्राम कानी गढ़ी में हरियाणा सीमा को क्रॉस करके आए डेढ़ सौ लोगों को गांव वालों ने पूरी सुविधाएं दीं। उन्हें प्यार और सम्मान से भोजन कराया। इसके बाद ग्रामीणों ने विधायक को सूचना दी। विधायक ने परिवहन विभाग से बात करके उनके लिए दो बस मंगवाईं। ऐसे 67 लोग थे, जिन्हें बिहार और झारखंड जाना था। उन सभी को दादरी रेलवे स्टेशन तक भिजवाने की व्यवस्था की गई। बाकी लोगों को जेवर स्थित प्रज्ञान स्कूल में इंतजार करने के लिए कहा गया है। शाम तक उन्हें भी बसों के माध्यम से फर्रुखाबाद, औरैया, उन्नाव, कानपुर देहात, चंदौली, बनारस, आजमगढ़ और गाजीपुर आदि जनपदों तक छोड़ा जाएगा।

धीरेंद्र सिंह ने सभी सीमावर्ती गांवों में अपील की है, "जेवर विधानसभा से कोई व्यक्ति भूखा न चला जाए। उन्हें वहीं रोककर रुकने और भोजन की व्यवस्था की जाए। मेरे कार्यालय को अवगत कराया जाए, जिससे उन्हें गंतव्य तक पहुंचाने के लिए ट्रेन अथवा बसों की व्यवस्था की जा सके।"

विधायक ने कहा, "जिलाधिकारी गौतमबुद्ध नगर से बिहार और झारखंड के लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए मदद ली है। जिलाधिकारी ने शाम को एक स्पेशल ट्रेन के माध्यम से उन लोगों को उनके घर तक भिजवाने का आश्वासन दिया है। इसी प्रकार परी चौक पुलिस चौकी के समीप एनआरआई सिटी के सामने झंडे वाले मंदिर में भी सैकड़ों प्रवासी लोग रुके हुए हैं। जिनके विषय में जिलाधिकारी के माध्यम से उन्हें उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए बसों की व्यवस्था करा दी गई है।"

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