कृष्णानंद राय की पत्नी प्रियंका गांधी को लिखी चिट्ठी, पूछा- आपकी पंजाब सरकार मुख्तार अंसारी को क्यों बचा रही है

कृष्णानंद राय की पत्नी प्रियंका गांधी को लिखी चिट्ठी, पूछा- आपकी पंजाब सरकार मुख्तार अंसारी को क्यों बचा रही है

कृष्णानंद राय की पत्नी प्रियंका गांधी को लिखी चिट्ठी, पूछा- आपकी पंजाब सरकार मुख्तार अंसारी को क्यों बचा रही है

Google Image | अलका राय और प्रियंका गांधी

भारतीय जनता पार्टी की मोहम्मदाबाद से विधायक और पूर्व विधायक कृष्णानंद राय की पत्नी अलका राय ने कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश के प्रभारी प्रियंका गांधी को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में अलका राय ने बेहद तीखे आरोप कांग्रेस और पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार पर लगाए हैं। अलका राय ने सीधे तौर पर कहा है कि पंजाब सरकार दुर्दांत अपराधी मुख्तार अंसारी को बचाने के लिए खुलेआम पक्षपात कर रही है। मुख्तार अंसारी को संरक्षण दिया जा रहा है और इंसाफ की आस में बैठे हजारों लोग अदालतों के धक्के खा रहे हैं। अभी प्रियंका गांधी की ओर से अलका राय को कोई जवाब नहीं भेजा गया है।

अलका राय ने अपनी चिट्ठी में लिखा है, "मेरा नाम अलका राय है। मैं विधवा हूं और पिछले 14 वर्षों से अपने पति व लोकप्रिय विधायक रहे कृष्णानंद राय की नृशंस हत्या के विरुद्ध इंसाफ की लड़ाई लड़ रही हूं। उस जुल्मी के खिलाफ, जिसे आज आपकी पार्टी और पंजाब राज्य में आपकी सरकार खुला संरक्षण दे रही है। उत्तर प्रदेश की तमाम अदालतों में मुख्तार अंसारी को तलब किया जा रहा है। परंतु पंजाब सरकार उसे उत्तर प्रदेश भेजने को तैयार नहीं है। हर बार कोई ना कोई बहाना बनाकर मुझे और मुझ जैसे सैकड़ों लोगों को इंसाफ से वंचित किया जा रहा है।"

प्रियंका और राहुल गांधी पर लगाए गंभीर आरोप

अलका राय आगे लिखती हैं, "यह बेहद शर्मनाक है कि आपकी पार्टी और उसके नेतृत्व की सरकार इतनी निर्लज्जता के साथ मुख्तार अंसारी जैसे दुर्दांत अपराधी के साथ खुलकर खड़ी है। कोई भी यह स्वीकार नहीं करेगा कि यह सबकुछ आपकी और राहुल जी की जानकारी के बगैर हो रहा है। मुख्तार अंसारी पेशेवर अपराधी है। उसने तमाम निर्दोषों को बेरहमी से कत्ल किया है। अनेक माताओं-बहनों का उसने सुहाग उजड़ा है और तमाम बच्चों के सिर से उसने पिता का साया छीन लिया है।"

अलका ने प्रियंका गांधी से पूछे तीन सवाल

अलका राय ने प्रियंका गांधी को भेजी चिट्ठी में तीन सवाल पूछे हैं। उन्होंने आगे लिखा है, "प्रत्येक पीड़ित को उस क्षण की प्रतीक्षा है, जब मुख्तार जैसे दुर्दांत अपराधी को उसके किए की कड़ी सजा मिलेगी। इंसाफ की आस में हमारा हर दिन और हर रात तिल-तिल कर गुजर रहा है। आप खुद भी एक महिला हैं। ऐसे में मेरा आपसे विनम्रता से सवाल है कि आप ऐसा क्यों कर रही हैं? क्या आपको हम जैसी आप लोगों का दर्द नहीं दिख रहा? मेरी खुद की कहानी इस बात का प्रमाण है कि कैसे कानून का मजाक उड़ा कर मुख्तार वर्षों से सुरक्षित बचा हुआ है। यह बेहद खेदजनक है कि आप और आपकी पार्टी मुख्तार जैसे घिनौने अपराधियों के साथ खुलकर खड़ी है।"

प्रियंका गांधी से कहा- इस मुद्दे पर चुप्पी तोड़िए

अलका राय ने अपने पत्र में लिखा है, "मीडिया के माध्यम से मुझे यह पता चला है कि जब उत्तर प्रदेश पुलिस की गाड़ियां मुख्तार अंसारी को लेने गई तो पंजाब सरकार ने उसे बचाने के लिए 3 महीने का बेड रेस्ट दे दिया। मैं और मेरे जैसे सैकड़ों लोग इस बात से हताश हैं। जिन्हें आज भी इंसाफ का इंतजार है। आज संपूर्ण उत्तर प्रदेश की जनता के मन में कौतूहल है कि मुख्तार को लेकर उठ रहे तमाम सवालों पर आखिर प्रियंका जी और राहुल जी खामोश क्यों हैं? आखिर वोट बैंक की मजबूरी में आप क्यों एक कुख्यात अपराधी को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।

अलका राय ने प्रियंका गांधी से अपील की है कि वह उनके सवालों का जवाब दें। उन्होंने लिखा है कि अगर प्रियंका गांधी के मन में इंसाफ के प्रति थोड़ा भी सम्मान होगा तो वे उनकी बात का जवाब जरूर देंगी। मुख्तार अंसारी को बचा रहे पंजाब सरकार के अधिकारियों और नेताओं पर सख्ती करेंगे। अलका राय ने प्रियंका गांधी को लिखा है कि अगर आपके मन में थोड़ी सी भी संवेदनशीलता बाकी है तो मुझे आप के जवाब का इंतजार रहेगा।" आपको बता दें कि करीब 14 वर्ष पूर्व अलका राय के पति कृष्णानंद राय की दिनदहाड़े गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। उस वक्त कृष्णानंद राय भारतीय जनता पार्टी के विधायक थे। 

इस मामले में मुख्तार अंसारी और उनके भतीजे के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई थी। मुख्तार अंसारी के दो भतीजे आज तक गिरफ्तार नहीं किए जा सके हैं। बताया जाता है कि वह दोनों पाकिस्तान भाग गए हैं। अब जब उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने वापसी की तो मुख्तार अंसारी पंजाब कि जेल में शिफ्ट हो गया है। वह बीमारियों का बहाना बनाकर उत्तर प्रदेश के अदालतों में पेशी पर नहीं आ रहा है। इस बात को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी पंजाब के मुख्यमंत्री से नाराजगी जाहिर कर चुके हैं। उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से कई बार पंजाब सरकार को पत्र लिखे जा चुके हैं।

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