UP Government | अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
लखनऊ से बड़ी खबर सामने आ रही है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करते हुए आदेश दिया है कि 15 अप्रैल को उत्तर प्रदेश में लॉक डाउन खत्म कर दिया जाएगा। लेकिन साथ ही हिदायत दी है कि किसी भी सूरत में भीड़ एकत्र नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से कहा कि अगर भीड़ एकत्र हुई तो लॉक डाउन के दौरान जितनी मेहनत की है उस पर पानी फिर जाएगा।
Lockdown will end on April 15. Have to ensure crowding does not take place: UP CM Yogi Adityanath
— Press Trust of India (@PTI_News) April 5, 2020
15 अप्रैल को लॉकडाउन खत्म होगा। लेकिन, देखिए क्या बोले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ। pic.twitter.com/uFmZvV7cIR
— Pankaj Parashar (@PANKAJPARASHAR_) April 5, 2020
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार की सुबह उत्तर प्रदेश के सभी पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से कहा कि 15 तारीख को लॉक डाउन समाप्त हो रहा है लेकिन कुछ बातों पर विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता होगी। इसमें सबसे ज्यादा यह देखना जरूरी होगा कि लोगों की भीड़ बिल्कुल भी एकत्र में होने दी जाए।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि अगर लॉक डाउन खत्म होने के तुरंत बाद लोग एकदम से बाहर निकले और भीड़ एकत्र हो गई तो इन 21 दिनों की सारी मेहनत पर पानी फिर जाएगा। लिहाजा, लोगों को भीड़ लगाने और एकदम से बाहर निकलने से रोकने की आवश्यकता होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से अपेक्षा की कि वह लोगों को एकदम बाहर निकलने से रोकने के लिए पर्याप्त इंतजाम करके रखेंगे। आपको बता दें कि पिछले कई दिनों से इस बात को लेकर पूरे देशभर में चर्चाएं चल रही हैं कि 15 अप्रैल को लॉक डाउन समाप्त होगा या नहीं?
चार दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की थी और उसमें भी यह बात निकलकर सामने आई थी कि सरकार 15 अप्रैल को लॉक डाउन समाप्त कर सकती है लेकिन, लॉक डाउन समाप्त करने की सूरत क्या होगी, इसे लेकर प्रत्येक राज्य अपने-अपने हिसाब से योजना बनाएगा। अब इसी कड़ी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को राज्य के अधिकारियों से दूसरी बार चर्चा की है। इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को भी इस मसले पर राज्य के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से बातचीत कर चुके थे।