Google Image | साहिबाबाद से दुहाई तक सुपरस्ट्रक्चर पर मेक इन इंडिया से होगा निर्माण
आरआरटीएस के साहिबाबाद से दुहाई तक 17 किलोमीटर लंबे प्राथमिकता वाले सेक्शन पर सुपरस्ट्रक्चर का निर्माण तेजी से जारी है। पहले सेक्शन में 100 पिलर बनकर तैयार हो गए हैं। ऐसे में एनसीआरटीसी ने मेरठ रोड तिराहा से गुलधर के बीच सुपरस्ट्रक्चर के काम को रफ्तार दी है।
एनसीआरटीसी ने पहले सेक्शन के स्टेशनों का डिजाइन तैयार कर लिया है। अब शुक्रवार 25 सितंबर को रैपिड ट्रेनों का पहला लुक और डिजाइन देखने को मिलेगा। एनसीआरटीसी रीजनल रैपिड ट्रांसिट सिस्टम ट्रेनों के पहले लुक का अनावरण करेगा। सभी ट्रेनों का निर्माण मेक इन इंडिया के तहत देश में ही किया जाएगा।
एनसीआरटीसी ने ट्रेनों के निर्माण का काम बॉम्बार्डियर इंडिया को दिया है। सभी ट्रेनें बॉम्बार्डियर इंडिया के सावली प्लांट, गुजरात में बनेंगी। बॉम्बार्डियर ने आरआरटीएस ट्रेनों का डिजाइन अपनी हैदराबाद फैसिलिटी में तैयार किया है। अब तक काल्पनिक छवि देख रहे लोगों को ट्रेनों का असली रूप देखने को मिलेगा। पहले सेक्शन में मेरठ रोड तिराहा और गुलधर रैपिड स्टेशन का ले-आउट तैयार होने और धरातल पर काम तेजी से जारी है। मेरठ रोड तिराहे से गुलधर रैपिड स्टेशन के बीच नए पिलर्स के निर्माण के साथ तैयार हो चुके पिलर्स के ऊपर सेगमेंट लॉन्चिंग का काम शुरू कर दिया है। ऐसे में साल के अंत तक रैपिट के पहले सेक्शन का सुपर स्ट्रक्चर दिखाई देने लगेगा।
पहले सेक्शन पर एनसीआरटीसी ने दुहाई से गुलधर के बीच एलिवेटेड ट्रैक के सेगमेंट लॉन्चिंग का काम पूरा कर लिया है। इसके बाद गुलधर से मेरठ रोड के बीच एलिवेटेड ट्रैक को बिछाने का काम शुरू कर दिया है।साहिबाबाद और गाजियाबाद के बीच सेगमेंट की लिफ्टिंग का काम भी शुरू कर दिया गया है। कास्टिंग यार्ड में लगातार काम जारी, सुपरस्ट्रक्चर को मिलेगी गति रैपिड रेल के पहले प्राथमिकता वाले खंड में एलिवेटेड सेगमेंट का निर्माण वसुंधरा कास्टिंग यार्ड में किया जा रहा है। रैपिड रेल की डिजाइन स्पीड 180 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। किसी ने इसे ध्यान में रखते हुए वायडक्ट का निर्माण किया जा रहा है।
कास्टिंग यार्ड में निर्माण की गति से सुपरस्ट्रक्चर के निर्माण में तेजी आएगी।व्यस्ततम रूट होने के चलते एलिवेटेड ट्रैक पर गार्डन लॉन्चिंग के काम को बेहद सावधानी और सुरक्षा के साथ अंजाम दिया जा रहा है। कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए कास्टिंग यार्ड और निर्माण संबंधी विभिन्न साइटों पर सुरक्षा संबंधी सभी मानकों का पालन किया जा रहा है।