मेरठ मां-बेटी हत्याकांड: नमक छिड़ककर दबाई लाशें, प्लॉट खरीदने को लेकर प्रेमिका का कत्ल, बच्ची क्यों मारी?

मेरठ मां-बेटी हत्याकांड: नमक छिड़ककर दबाई लाशें, प्लॉट खरीदने को लेकर प्रेमिका का कत्ल, बच्ची क्यों मारी?

मेरठ मां-बेटी हत्याकांड: नमक छिड़ककर दबाई लाशें, प्लॉट खरीदने को लेकर प्रेमिका का कत्ल, बच्ची क्यों मारी?

Google Image | मेरठ मां-बेटी हत्याकांड

मेरठ में मां-बेटी को कत्ल करके घर में दबाने से जुड़े दोहरे हत्याकांड में कई सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं। आरोपी युवक शमशाद ने प्रिया और उसकी बेटी को घर में गड्ढा खोदकर दबा दिया था। लाशों से बदबू ना आए और जल्दी गल जाएं, इसके लिए बड़ी मात्रा में नमक डाला था। यही वजह है कि पुलिस को लाशों की बजाय केवल नर कंकाल मिले हैं। शमशाद और प्रिया के बीच मोदीनगर में एक प्लाट खरीदने के मुद्दे पर विवाद हुआ। यही उसके कत्ल की वजह बन गई, लेकिन मासूम 10 साल की बच्ची को क्यों मारा? शमशाद ने इसका जवाब भी पुलिस को पूछताछ में दिया है।

मेरठ पुलिस का कहना है कि शमशाद अलग-अलग प्रकाशकों से बुक बाइंडिंग का ठेका लेता था। शमशाद प्रिया और उसकी मासूम बेटी की हत्या की। उसके बाद वह कोई सबूत नहीं छोड़ना चाहता था। इसके लिए उसने दोनों लाशों को अपने ही घर में गड्ढा खोदकर गाड़ा। लाशों पर खूब मात्रा में नमक रखा था। जिससे लाशें तल्दी से जल्दी गल जाएं। बुधवार को जब पुलिस ने उसके ड्राइंगरूम का फर्श खोदा तो केवल दो नर कंकाल हाथ लगे हैं। 

पुलिस का कहना है कि दोनों कंकाल का पोस्टमार्टम करवाया गया है। शिनाख्त पुख्ता करने के लिए दोनों कंकाल की डीएनए जांच करवाई जा रही है।  नमूने ले लिए गए हैं। जाँच के लिए फोरेंसिक लैब भेजे जाएंगे। इससे पुलिस को शमशाद के खिलाफ पुख्ता सबूत भी मिल जाएंगे।

परतापुर थाने के इंस्पेक्टर आनंद प्रकाश मिश्र ने बताया कि भूड़ बराल गांव का निवासी और बुक वाइंडिंग ठेकेदार शमशाद अपनी प्रेमिका प्रिया और प्रिया की बेटी कशिश के साथ पिछले करीब पांच वर्षों से साथ रह रहे थे। चार साल तक प्रिया खरखौदा के पास कांशीराम आवासीय कॉलोनी में रही थी। एक साल पहले भूड़ बराल आई थी।

शमशाद ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि प्रिया ने मोदीनगर के गोविंद नगर में एक प्लॉट खरीदा था। जिसकी कीमत करीब 3 लाख रुपये थी। प्रिया ने प्लॉट का सारा पैसा शमशाद से माँगा था। शमशाद उसे 30 हजार रुपये दे चुका था। 28 मार्च को लेबर को पैसे देने के लिए शमशाद 2.80 लाख रुपये लाया था। प्रिया ने यह पैसे मांगे और प्लॉट का बकाया भुगतान करने की बात शमशाद से कही थी।

इस पर शमशाद ने यह पैसा मजदूरों को देने की बात कही। इसे लेकर दोनों में विवाद शुरू हो गया। पुलिस के मुताबिक पहले दोनों के बीच खूब बहस हुई। इसके बात मामला हाथापाई तक पहुंच गया। इंस्पेक्टर आनंद प्रकाश मिश्र ने बताया कि प्रिया ने नाखूनों से शमशाद का मुंह नोच डाला। इसके बाद वह दौड़कर रसोई में गई और चाकू लेकर आई। उसने शमशाद पर हमला कर दिया। इस हमले में शमशाद के हाथ की कलाई कट गई।

पुलिस का कहना है कि शमशाद को गुस्सा आ गया। उसने प्रिया को पकड़ लिया और उसका गला दबा दिया। वह मौके पर ही मर गई। इसके बाद शमशाद हैवान बन गया। उसे लगा कि प्रिया की बेटी उसके लिए परेशानी का सबब बन जाएगी। वह बेडरूम में गया और वहां सो रही मासूम बच्ची कशिश की भी गला दबाकर हत्या कर दी। यह वारदात 28 मार्च की रात करीब 12 बजे की है।

मां-बेटी की हत्या करने के बाद शमशाद में दोनों लाशों को ठिकाने लगाने की योजना बनाई। पहले उसने दोनों लाशों को कहीं बाहर ले जाकर ठिकाने लगाने की सोची, मगर पकड़े जाने के डर से योजना बदल दी। 29 मार्च की सुबह करीब पांच बजे शमशाद ने अपने घर के ड्राइंगरूम में गड्ढा खोदा। उसने करीब तीन फुट गहरा गड्ढा खोदा। इसके बाद दोनों लाशों को एक साथ चादर में अच्छी तरह से लपेटा। फिर गड्ढे में दाल दिया।

दोनों लाशों के नीचे और ऊपर नमक डाल दिया। ऊपर से फर्श पर प्लास्टर कर दिया। जिससे किसी को शक नहीं हो। जिस मकान में यह वारदात हुई है, वहां शमशाद अकेला रहता था। फिलहाल यहां फर्नीचर फिटिंग का काम चल रहा था। उसकी पत्नी गाजियाबाद के इंदिरापुरम में किराए के मकान में रहती है। यहाँ पत्नी को बिना बताए उसने प्रिया के साथ दूसरा घर बसा रखा था।

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