गाजियाबाद के गांवों में विकास के नाम पर लाखों रुपए का घोटाला, आरटीआई के खुले गहरे राज

गाजियाबाद के गांवों में विकास के नाम पर लाखों रुपए का घोटाला, आरटीआई के खुले गहरे राज

गाजियाबाद के गांवों में विकास के नाम पर लाखों रुपए का घोटाला, आरटीआई के खुले गहरे राज

Google Image | गाजियाबाद के गांवों में विकास के नाम पर लाखों रुपए का घोटाला, आरटीआई के खुले गहरे राज

ग्राम उटावड़ पंचायत निधि में विकास कार्यों के नाम पर लाखों रुपए का घोटाला सामने आया है। यहीं के निवासी विजयपाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया है कि गांव के विकास के नाम पर लाखों रुपए ग्राम पंचायत एवं प्रधान द्वारा गांव के विकास के नाम पर लाखों रुपए ग्राम पंचायत एवं प्रधान द्वारा निकाल लिया गया। जबकि वास्तविकता में जमीन पर काफी कम काम हुए हैं। इस बात की हकीकत आरटीआई के माध्यम से जानकारी लेने पर पता चला। 

प्रेस वार्ता में विजयपाल ने बताया कि वर्ष दो हजार सोलह सत्रह के कार्यकाल में ग्राम प्रधान ने विकास कार्यों के नाम पर एक बड़ी धनराशि निकालकर उसका गलत उपयोग किया। सरकारी अधिकारी भी दबाव में आकर इस प्रकार के खेल में शामिल है। 

उन्होंने बताया कि इस दौरान सरकारी अस्पताल के सामने खड़ंजा निर्माण के लिए 314383 निकाला गया। जबकि आरटीआई के माध्यम से जवाब मांगने पर बताया गया कि इस काम में केवल 66000 खर्चा हुआ है यह है गुनी अधिक है। वहीं पूर्व माध्यमिक विद्यालय में 585000 की लागत से काम होना दिखाया गया। जबकि विकास निधि से कुल 1345122 रुपए निकाल लिए गए उन्होंने बताया कि इन विकास कार्यों के लिए कोई टेंडर ग्राम पंचायत द्वारा नहीं निकाला गया। वर्ग के छिन्नक ठेकेदारों को यह काम लेकर एक बड़ा घोटाला किया गया है। 

इस मामले में ग्राम प्रधान मुकेश कुमार व अवर अभियंता प्रदीप कुमार के खिलाफ उन्होंने बताया कि इन विकास कार्यों के लिए कोई टेंडर ग्राम पंचायत द्वारा नहीं निकाला गया। वर्ग के छिन्नक ठेकेदारों को यह काम लेकर एक बड़ा घोटाला किया गया है। इस मामले में ग्राम प्रधान मुकेश कुमार व अवर अभियंता प्रदीप कुमार के खिलाफ कार्रवाई की गई है।

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.