Google Image | साइबर सिक्योरिटी एंड फॉरेंसिक पर फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का समापन, 100 से ज्यादा साइबर एक्सपर्ट्स ने बताई महत्वपूर्ण बातें
यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ आईसीटी गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय द्वारा "साइबर सिक्योरिटी एंड फॉरेंसिक" विषय पर एक हफ्ते से चल रहे कार्यक्रम का समापन आज हुआ। यह कार्यक्रम 3 अक्टूबर से 7 अक्टूबर तक चला है। जिसमें देश के 22 राज्यों के 100 से अधिक शीर्ष शिक्षाविदों, सरकारी कर्मचारी, अधिकारियों व साइबर एक्सपर्ट्स ने भाग लिया है। यह कार्यक्रम अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद द्वारा अटल योजना के तहत प्रायोजित करके गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित किया गया।
कुलपति प्रोफेसर भगवती शर्मा ने कहा कि साइबर सिक्योरिटी को आज की जरूरत बताया है। उन्होंने कहा की कोई भी क्षेत्र आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस व साइबर सिक्योरिटी से अछूता नही रह पाएगा। डीन प्रोफेसर संजय शर्मा ने बताया कि गौतम बुद्ध विश्विद्यालय देश का सबसे बड़ा आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस व साइबर सिक्योरिटी का केंद्र बनने जा रहा है, उसी कड़ी में किया गया यह एक प्रयास है।
एफ डी पी की कोऑर्डिनेटर डॉ संध्या तरार ने बताया कि यह एफ डीपी अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद(एआईसीटीई) द्वारा प्रायोजित अटल योजना के अंतर्गत बहुत बड़े स्तर पर आयोजित की जा रही है। देश भर के 22 से ज्यादा प्रदेशों असम, मेघालय, नागालैंड, पॉन्डिचेरी, गोआ, तेलंगाना, तमिलनाडु, कर्नाटक, पंजाब, हरियाणा आदि से शिक्षाविद व ऑफिसर्स ने कार्यक्रम में ऑनलाइन माध्यम से हिस्सा लिया व साइबर सिक्योरिटी के एक्सपर्ट्स से जानकारी ली।
देश और विदेश के नामचीन विषय विशेषज्ञों द्वारा इसमें सायबर सिक्योरिटी पर प्रयोगात्मक जानकारी दी गयी। सेडुलिटी ग्रुप के फाउंडर डायरेक्टर व साइबर सिक्योरिटी के जाने माने एक्सपर्ट डॉ अनूप गिरधर ने साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में आने वाली चुनौतियों व उसके समाधान बताएं है। साइबर अटैक्स और उसके दुष्प्रभाव से लेकर इनसे कैसे बचा जाए, कंप्यूटर और मोबाइल में सिक्योरिटी के विभिन्न आयामों की चर्चा की गई है।