Google Image | विक्रम त्यागी
गाजियाबाद के बिल्डर विक्रम त्यागी अपहरण कांड में अब मुजफ्फरनगर के खालापार में सक्रिय कार लुटेरों का गिरोह एसटीएफ के निशाने पर है। पुलिस के मुताबिक यह गैंग लूट का विरोध करने पर खूनखराबा करने से जरा भी नहीं चूकता है। गैंग के सदस्यों की गाजियाबाद के आसपास हलचल का इनपुट मिलने के बाद एसटीएफ ने मुजफ्फरनगर पर फोकस कर दिया है। अधिकारियों का मानना है कि मुजफ्फरनगर से ही विक्रम त्यागी अपरणकांड का कोई न कोई कनेक्शन जरूर निकलेगा।
राजनगर एक्सटेंशन से बिल्डर विक्रम त्यागी को गायब हुए एक महीने से भी अधिक वक्त बीतने के बाद पुलिस और एसटीएफ एक बार फिर नए सिरे से सक्रिय हो गई हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के तमाम कुख्यात गिरोहों को खंगालने के दौरान मुजफ्फरनगर के खालापार में सक्रिय कार लुटेरों का गैंग एसटीएफ के रडार पर आया है। एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक खालापार में सक्रिय गैंग लग्जरी गाड़ियों को ही लूटता है। इसके बाद गैंग का सरगना गाड़ियों को जम्मू-कश्मीर और चंडीगढ़ में ले जाकर बेचता है।
अब तक यह गैंग सैकड़ों गाड़ियां लूट चुका है। करीब 2 साल पहले सिहानी गेट पुलिस ने इस गैंग के एक सक्रिय सदस्य को लूटी हुई कार के साथ गिरफ्तार किया था। पुलिस ने सरगना को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन जम्मू-कश्मीर में छिपे होने के कारण वह हत्थे नहीं चढ़ सका। 26 जून को अगवा हुए बिल्डर विक्रम त्यागी की कार 27 जून को मुजफ्फरनगर के तितावी थाना क्षेत्र में लावारिस खड़ी मिली थी। बदमाश राजनगर एक्सटेंशन से निकलकर मेरठ की सीमा में गए और फिर वहां से मुजफ्फरनगर पहुंचे। कहीं और जाने की बजाय बदमाश बिल्डर की कार को मुजफ्फरनगर में छोड़कर फरार हो गए।
मुजफ्फरनगर में कार छोड़ने को लेकर भी पुलिस को खालापार के गैंग पर शक हुआ। एसटीएफ के अलावा सिहानी गेट पुलिस भी बिल्डर की खोजबीन में लगी है। थाना पुलिस ने एक बार फिर घटना की शुरुआत से अपनी जांच शुरू की है। स्थानीय पुलिस द्वारा छोटे स्तर पर सक्रिय गिरोह के बदमाशों से पूछताछ की जा रही है। साथ ही पूर्व में जेल जा चुके अभियुक्त भी पुलिस के निशाने पर हैं। पुलिस अब तक दो दर्जन से अधिक आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को थाने लाकर पूछताछ कर चुकी है, लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं लगा है।
बता दें कि गत 26 जून को शाम ढलते ही बिल्डर विक्रम त्यागी का राजनगर एक्सटेंशन से अपहरण कर लिया गया। शाम 7:30 बजे परिजनों से मोबाइल पर हुई बातचीत में विक्रम त्यागी ने चंद मिनटों में घर पहुंचने की बात कही थी। इसके बाद एकाएक विक्रम त्यागी लापता हो गए और उनका मोबाइल भी स्विच ऑफ हो गया। अगले दिन 27 जून को उनकी इनोवा क्रिस्टा कार मुजफ्फरनगर के तितावी थानाक्षेत्र में लावारिस हाल में खड़ी मिली थी। कार में खून भी मिला था। गत 16 जुलाई को आई डीएनए रिपोर्ट में पुष्टि हो गई थी कि कार में मिला खून विक्रम त्यागी का ही है।