BIG BREAKING: एनआईए ने नोएडा में छापे मारे, इस मामले में हुई छापेमारी

BIG BREAKING: एनआईए ने नोएडा में छापे मारे, इस मामले में हुई छापेमारी

BIG BREAKING: एनआईए ने नोएडा में छापे मारे, इस मामले में हुई छापेमारी

Google Image | एनआईए ने नोएडा में छापे मारे

नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने रविवार को नोएडा में छापेमारी की है। एनआईए की ओर से जानकारी दी गई है कि नोएडा में कई आवासीय क्षेत्रों में सर्च अभियान चलाया गया है। यह जांच-पड़ताल हनी बाबू के नोएडा स्थित आवास में की गई है। इस जांच-पड़ताल के तार भीमा कोरेगांव कांड से जुड़े हुए हैं।

एनआईए ने बताया कि यह जांच एल्गार परिषद से जुड़े 31 दिसम्बर 2017 को पुणे हिंसा में की गई है। पुणे कांड में जातीय हिंसा फैलाने के लिए महाराष्ट्र पुलिस ने मुकदमे दर्ज किए थे। बाद में एनआईए ने इस मामले की जांच शुरू की थी। एनआईए की जांच में सामने आया था कि एल्गार परिषद के सदस्य माओवादी विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं। इन लोगों का ताल्लुक सीपीआई (माओवादी) से है। यह देश में एक प्रतिबंधित संगठन है।

एनआईए ने बताया कि आरोपी हनी बाबू नोएडा में रहता था। वह भीमा कोरेगांव मामले में षड्यंत्रकारी है। वह नक्सल और माओवादी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहा है। एनआईए का कहना है कि आगे जांच में यह तथ्य सामने आया कि प्रतिबंधित संगठन कांगकीपाक कम्युनिस्ट पार्टी (एमसी) के इंफॉर्मेशन, पब्लिसिटी एंड मिलिट्री अफेयर सेक्रेटरी पाईखोम्बा मिटी के साथ भी हनी बाबू के ताल्लुकात हैं। हनी बाबू का कम्युनिकेशन मणिपुर के कई माओवादी से है।

एनआईए ने जानकारी दी है कि सीपीआई (माओवादी) नेता बल्लात गोविंद कुट्टी, हनी बाबू एमटी और राना विल्सन के साथ संगठनों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए पैसा एकत्र किया था। इतना ही नहीं हनी बाबू ने रोना विल्सन, आनंद तेलतुंबड़े, पी वारवारा राव और सुरेंद्र गाडगिल के साथ मिलकर जीएन साईबाबा को मुक्त करवाने की साजिश रची थी। जीएन साईबाबा को प्रतिबंधित संगठन सीपीआई (माओवादी) के साथ ताल्लुक रखने के मामले में आजीवन कारावास सुनाया गया था।

हनी बाबू के घर से एनआईए ने महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए

एनआईए ने बताया कि नोएडा में हनी बाबू के घर पर छापेमारी के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए गए हैं। इनमें एनआईए ने एक अकाउंट लेजर, एक रसीद बुक और कुछ जरूरी दस्तावेज जब्त किए हैं। यह सभी दस्तावेज डॉ जीएन साईबाबा को रिलीज करवाने, उसका संरक्षण करने और इस सब के लिए पैसा इकट्ठा करने के लिए तैयार किए गए थे। कुछ इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स जैसे हार्ड डिस्क और यूएसबी पेनड्राइव भी जब्त की गई हैं। एनआईए ने कहा कि जांच आगे जारी रहेगी।

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