नोएडा डीएम ने शहर के संगठनों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की, कंटेनमेंट जोन, डोमेस्टिक हेल्पर्स और  इन महत्वपूर्ण मुद्दों पर हुई चर्चा

नोएडा डीएम ने शहर के संगठनों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की, कंटेनमेंट जोन, डोमेस्टिक हेल्पर्स और इन महत्वपूर्ण मुद्दों पर हुई चर्चा

नोएडा डीएम ने शहर के संगठनों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की, कंटेनमेंट जोन, डोमेस्टिक हेल्पर्स और  इन महत्वपूर्ण मुद्दों पर हुई चर्चा

Tricity Today | Suhas LY IAS

गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने नोएडा, ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सामाजिक संगठनों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की। इस दौरान लॉकडाउन और कोरोनावायरस महामारी के कारण उत्पन्न हुई समस्याओं पर चर्चा की गई। सामाजिक संगठनों की ओर से जिलाधिकारी को कई सुझाव दिए गए हैं। जिन पर सुहास एलवाई ने निर्णय लेने का आश्वासन दिया है।

इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में जिले की कई की आरडब्ल्यूए, फोनरवा, फोना, नोफा और नेफोवा ने भाग लिया। बैठक में डीएम सुहास एलवाई, नोएडा प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी प्रवीण मिश्रा और नोएडा के डीसीपी संकल्प शर्मा, चिकित्सा अधिकारी और जिला सर्विलांस अधिकारी डॉक्टर सुनील कुमार दोहरे शामिल रहे।

मीटिंग के दौरान फोनरवा ने यह मुद्दे उठाए

अगर एक ही परिवार के दो लोग कोरोना वायरस से पीड़ित हैं और एक ही भवन में रहते हैं तो कंटेनमेंट एरिया को ढाई सौ मीटर ही रखा जाए। सील किया जाए।अगर एक ही सेक्टर या अपार्टमेंट में 2 लोग कोरोना वायरस से पीड़ित हैं। तब 500 मीटर का एरिया कंटेनमेंट ज़ोन घोषित किया जाए। कंटेनमेंट एरिया का रिवाइज्ड प्रोटोकॉल जारी करने पर विचार करें। ताकि बिल्डिंग, फ्लैट और प्लॉट की केवल विशेष मंजिल को सील किया जा सके। जहां कोरोनावायरस के साथ निवासी का पता लगाया जाता है।

फोनरवा ने मांग की कि तापमान दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है। हीट स्ट्रोक से हर कोई बचना चाहता है अतः हर कोई घर से इस मौसम  में बाहर कदम नहीं रखना चाहता है। अतः गौतमबुद्ध नगर में कर्फ्यू का टाइम रात 8:30 बजे से सुबह 6:00 बजे किया जाए और उसी के अनुसार बाजार और पार्कों के खुलने में भी बदलाव किया जाए।

रेजिडेंशियल एरिया में बने गेस्ट हाउस में बाहर के लोगों को क्वारंटाइन में रखने से वहां के निवासियों में भय व्याप्त है और वे इसका विरोध कर रहे हैं। इस पर डीएम ने कहा आप बाहर से आने वालों की संख्या बहुत कम हो गई है। अब भविष्य में गेस्ट हाउस में लोगों को क्वारंटाइन नहीं किया जाएगा।

घर में काम करने वाले मेड और घरेलू नौकर आदि के लिए प्रशासन को दिशा-निर्देश जारी किए जाने चाहिएं। जिसके आधार पर आरडब्लूए अपने सेक्टर या अपार्टमेंट के लिए पुख्ता दिशा निर्देश बना सकें। जिसके माध्यम से कोरोना वायरस को फैलने से रोकने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकें। फोनरवा, आरडब्लूए के पदाधिकारियों, जिलाधिकारी और अधिकारियों के साथ जल्दी ही मीटिंग की जाए। 

जब भी कोई सेक्टर या अपार्टमेंट को कंटेनमेंट जोन घोषित किया जाता है तो उसकी जानकारी संबंधित आरडब्लूए को नहीं दी जाती है। यहां तक कि कितना एरिया कंटेनमेंट जोन में आएगा, वह भी नहीं बताया जाता है। किसी भी सेक्टर या अपार्टमेंट को कंटेनमेंट एरिया घोषित करने की सूचना आरडब्लूए को दी जाए। इस पर जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए कि वह इस तरह की सूचना आरडब्लूए को भी दें।

स्कूलों की ओर से मांगी गई फीस का फोनरवा ने विरोध किया। जब स्कूल बंद हैं तो यह फीस नहीं लेनी चाहिए। इस पर डीएम ने कहा कि उन्होंने शासन को पत्र लिखा है। उम्मीद है जल्दी ही इस पर निर्णय हो जाएगा। आरडब्लूए के पदाधिकारियों की शिकायत रहती है कि प्रशासन के अधिकारी उनके कॉल को अटेंड नहीं करते हैं। डीएम से कहा गया कि वह अधिकारियों को निर्देश दें कि  आरडब्लूए के पदाधिकारियों के फोना कॉल को अटेंड करें। जिससे उनके लेवल पर ही समस्या का समाधान हो जाएगा ।
 
जिलाधिकारी ने सुना और आश्वासन दिया कि जल्दी ही इस पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। इस कॉन्फ्रेंस में फोनरवा के अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा, महासचिव केके जैन,  वरिष्ठ उपाध्यक्ष कर्नल शशि वैद्य, ओपी यादव, सुरेश कृष्णन, राजीव गर्ग,  उपाध्यक्ष संजीव शर्मा, अनिल खन्ना, शिव कुमार तिवारी, सतपाल यादव, अशोक मिश्रा, टीसी गौण, योगेश शर्मा, नेफोवा के अध्यक्ष अभिषेक कुमार शामिल हुए।

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