Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ गुरुवार की दोपहर दिल्ली एनसीआर के सभी उपायुक्तों और जिलाधिकारियों की बैठक हुई। बैठक के बाद ऐलान किया गया था कि अब दिल्ली-एनसीआर के सभी जिलों में कोरोना संक्रमण की जांच केवल 25 सौ रुपए में की जाएगी। अभी तक प्राइवेट प्रयोगशालाओं में यह जांच 45 सौ रुपए में कर रही थीं। गौतम बुध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने गुरुवार की देर रात यह आदेश जारी कर दिया है। अब प्राइवेट लैब दो श्रेणी में सैंपल की जांच के लिए चार्ज करेंगी। जिनकी दरें ₹2000 और ₹2500 निर्धारित की गई हैं।
लोग अब इसका लाभ उठा सकते हैं। लेकिन इसके लिए एक अनिवार्य शर्त का पालन करना होगा। गौतम बुध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने बताया कि अब जिले की सभी प्राइवेट लैब कोरोना वायरस की जांच 2500 रुपए में करेंगी। अगर किसी मरीज का सैम्पल लैब खुद लेकर जांच करती हैं तो वह 2500 रुपये में करेंगी। लेकिन अगर कोई प्राइवेट या सरकारी लैब संक्रमण की जांच करवाने के लिए दूसरी प्राइवेट लैब को सैम्पल रेफर करती है तो केवल ₹2000 लिए जाएंगे।
जिलाधिकारी ने बताया कि 25 सौ रुपए का शुल्क केवल ऐसे मरीजों के लिए निर्धारित किया गया है, जो सरकार द्वारा अधिकृत अधिकारी अथवा चिकित्सक के माध्यम से रेफर होकर संक्रमण की जांच करवाने प्राइवेट प्रयोगशाला में जाएंगे। इसका मतलब यह है कि अगर मुख्य चिकित्सा अधिकारी या उनके द्वारा नामित किसी अधिकारी के माध्यम से कोई मरीज रेफर होकर नहीं जाता है तो उसे इस सुविधा का लाभ नहीं मिलेगा।
प्राइवेट प्रयोगशाला को ऑडिट के लिए मांगने पर मरीज का लिया गया सैम्पल और रिपोर्ट मेडिकल कॉलेज की रेफरल लैब को देनी होगी। पॉजिटिव रिपोर्ट वाले मरीजों के बारे में जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला सर्विलांस अधिकारी और स्टेट सर्विलांस अधिकारी को रिपोर्ट भेजनी होगी। अगर किसी प्राइवेट प्रयोगशाला ने 2500 रुपये से अधिक शुल्क वसूल किया तो उसके खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी।