गाजियाबाद में प्राइवेट स्कूलों के खिलाफ अभिभावकों की भूख हड़ताल तीसरे दिन जारी, गौतमबुद्ध नगर के अभिभावकों ने भी दिया समर्थन

गाजियाबाद में प्राइवेट स्कूलों के खिलाफ अभिभावकों की भूख हड़ताल तीसरे दिन जारी, गौतमबुद्ध नगर के अभिभावकों ने भी दिया समर्थन

गाजियाबाद में प्राइवेट स्कूलों के खिलाफ अभिभावकों की भूख हड़ताल तीसरे दिन जारी, गौतमबुद्ध नगर के अभिभावकों ने भी दिया समर्थन

Tricity Today | गाजियाबाद में प्राइवेट स्कूलों के खिलाफ अभिभावकों की भूख हड़ताल तीसरे दिन जारी

गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन का ऑनलाइन क्लास के आधार पर फीस निर्धारण की मांग को लेकर जिला मुख्यालय पर अभिभावकों का धरना तीसरे दिन शुक्रवार को भी रहा है। गौतमबुद्ध नगर पेरेंट्स एसोसिएशन के भी गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन का समर्थन दिया है।

भूख हड़ताल पर अध्यक्ष सीमा त्यागी, साधना सिंह और भारती शर्मा मांगों को लेकर बैठी हुई है। अभिभावकों का आरोप है कि प्रशासन लगातार उनको हटाए जाने को लेकर दबाव बना रहा है। लेकिन वह किसी भी कीमत पर यहां मांगे पूरी होने तक नहीं हटेंगे। 

भूख हड़ताल पर बैठी एसोसिएशन की अध्यक्ष सीमा त्यागी ने आरोप लगाया कि अभिभावकों की मांगों पर विचार रखने के लिए बुधवार को डीएफआरसी की बैठक बुलाई गई थी। लेकिन उस बैठक में सिर्फ आश्वासन के नाम पर कुछ नहीं किया गया। 4 जुलाई के अपर मुख्य सचिव के आदेश की भी परवाह नही कर रहे और फीस न देने की स्थिति में बच्चों को उनकी ऑनलाइन क्लास से बाहर कर रहे हैं। 

एसोसिएशन की अध्यक्ष सीमा त्यागी ने कहा, यूनिट टेस्ट में भी बच्चों को नही बैठने दिया जा रहा और तो और बच्चों के नाम काटने तक की धमकी स्कूल दे रहे हैं। स्कूलों द्वारा की जा रही इन्हीं सब मनमानियों को देखते हुए गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिशन अपनी निम्म पांच मांगो को लेकर 2 सितंबर 2020 से अनिश्चित-कालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए है। लॉकडाउन समय की एक तिमाही (अप्रैल, मई, जून) तक की फीस माफी की जाए। जुलाई से ऑनलाइन क्लास के अनुसार फीस निर्धारित की जाये। फीस न देने की स्थिति में बंद की गई बच्चों की ऑनलाइन क्लास को तत्काल शुरू कराया जाये। जिला स्तरीय शुल्क नियामक समिति  में अभिभावकों द्वारा की गई शिकायतों का त्वरित निस्तारण किया जाये। 

अभिभावकों को पिछले छह महीने से आश्वासन ही मिल रहा है जबकि डीएफआरसी की पावर है कि वह निजी स्कूलों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर सकती है। उन्होंने कहा कि जिन दो स्कूलों के खिलाफ जुर्माने की कार्रवाई की गई है, वह भी महज दिखावा है। जो स्कूल करोड़ों रुपए की फीस वसूलते हैं, उन पर पांच लाख का जुर्माना लगाना एक मजाक ही है। अभिभावकों ने कहा कि आज तक जितने स्कूलों पर जुर्माना लगाया गया है, क्या उनमें से किसी ने जमा कराया है। शासन-प्रशासन लगातार दबाव बना रहे हैं कि फीस जमा कराई जाए। लेकिन जब ऑनलाइन क्लास चल रही हैं तो पूरी फीस क्यों दें। बुधवार रात को प्रशासन अधिकारी ने उन्हें हटाने का प्रयास किया, लेकिन अभिभावकों ने आरपार की लड़ाई का ऐलान किया।

गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन की भूख हड़ताल को जनशक्ति एक आवाज नाम की सामाजिक संस्था ने गुरूवार को अपना समर्थन दिया है। जनशक्ति एक आवाज ने पेरेंट्स एसोसिएशन को इसके लिए गुरूवार अपना समर्थन पत्र सौंपा। इस अवसर पर संस्था के संस्थापक डॉ. हरीश शर्मा ने आश्वासन दिया कि जब तक भूख हड़ताल चलेगी, संस्था के कार्यकर्ता इसमें कंधे से कंधा मिलाकर पूरा सहयोग देंगे। 

समाजवादी युवजन सभा के पूर्व महानगर अध्यक्ष मनोज पंडित ने कहा कि समाजवादी पार्टी पेरेंट्स एसोसिएशन के साथ हैं। उन्होंने कहा कि सपा हमेशा जनता की आवाज बुलंद करने का काम करती है। उन्होंने कहा कि सपा कार्यकर्ता किसी भी कीमत पर स्कूलों की मनमानी नहीं चलने देंगे। इसके लिए समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं को भी भूख हड़ताल पर बैठना पड़ा तो वे इसके लिए भी तैयार हैं। सपा कार्यकर्ता जेल जाने से भी पीछे नहीं हटेंगे। इस अवसर पर जनशक्ति एक आवाज के प्रदेश उपाध्यक्ष अमरीश त्यागी, महानगर अध्यक्ष राजीव कुमार, विष्णु दुबे, अमित त्यागी, संस्था के संस्थापक डॉ. हरीश शर्मा, कमल शर्मा, अनिरूद्घ शर्मा, विशाल शर्मा, गोविंद शर्मा आदि मौजूद रहे।
 

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.